Side Effect Of Earphones: ईयर फोन एक ऐसा इक्विपमेंट है जिसका इस्तेमाल हर कोई करता है, चाहे घर हो या बाहर.ट्रैवल करने के दौरान तो इसका इस्तेमाल लोग जरूर से करते हैं.चाहे वो शॉर्ट डिस्टेंस हो या फिर long-distance हो, लोग ईयर फोन को कानों में लगाते हैं, बाहर के शोर से दूर होकर अपनी दुनिया में खो जाते हैं, कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो सोते जागते 24 घंटे कानों में ईयर फोन लगाना पसंद करते हैं, छोटी सी छोटी चीज भी उन्हें सुननी हो या देखनी हो तो बिना ईयर फोन के उनका काम नहीं चलता है.अगर आप भी उन्हीं लोगों में स एक हैं तो आपको सतर्क होने की जरूरत है क्योंकि यह ईयर फोन लगाना आपको भारी पड़ सकता है. इससे आप बीमार पड़ सकते हैं. कई गंभीर बीमारी आपको घेर सकती है.. आइए जानते हैं विस्तार से इसके बारे में.


सहजता के लिए बनाया गया यह उपकरण लोगों पर इस कदर हावी हो गया है कि कुछ लोगों का इसके बिना गुजारा ही नहीं है,और यही आदत लोगों को नुकसान पहुंचा रही है.ईयर फोन के इस्तेमाल से आपके कान और दिमाग क्षतिग्रस्त हो सकते हैं. इसके अलावा और भी कई दूसरी बीमारी होने का खतरा रहता है.


दिमाग को नुकसान-लंबे वक्त तक ईयर फोन का इस्तेमाल करने से दिमाग पर प्रभाव पड़ता है. ईयर फोन या हेडफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स हमारी दिमाग को बुरी तरह से प्रभावित करती है. इसके अलावा तेज म्यूजिक की वजह से दिमाग की कोशिकाओं की ऊपरी लेयर नष्ट हो जाती है जिससे कान और दिमाग का कनेक्शन कमजोर हो जाता है.


बहरापन-लंबे वक्त तक ईयर फोन के इस्तेमाल से आप बहरेपन के भी शिकार हो सकते हैं. दरअसल देर तक एयर फोन लगाए रखने से कानों की नसों पर दबाव पड़ने लगता है जिससे नसों में सूजन की समस्या बढ़ जाती है. वाइब्रेशन की वजह से हियरिंग सेल्स अपने संवेदनशील तक होने लगता है जिससे आप बहरे भी हो सकते हैं.एक स्टडी के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति 2 घंटे से ज्यादा समय के लिए 90 डेसीबल से अधिक आवाज में गाना सुनते हैं तो वह बहरेपन का शिकार होने के अलावा कई और बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. दरअसल कानों की सुनने की क्षमता सिर्फ 90 डेसीबल होती है जो लगातार गाने सुनने से समय के साथ 40 से 50 डेसीबल तक कम हो जाती है, जिसकी वजह से व्यक्ति को दूर की आवाज सुनाई नहीं देती


टिनिटस -टिनिटस की समस्या भी हो सकती है.ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें लगातार कानों के अंदर सीटी बजने या हवा चलने जैसी अवाजें आती है. ये आवाज कानों के सबसे अंदरूनी हिस्से में मौजूद कॉक्लिया सेल्स के नष्ट होने की वजह से आती है. 


इंफेक्शन-जब हम कानों में लगातार ईयर फोन लगाते हैं तो उनके ब्लॉब में कानों का वैक्स और दूसरी गंदगी फंसी रहती है. लगातार बिना साफ किए ईयर फोन का इस्तेमाल करने से यह कानों के अंदर फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन पैदा कर सकती है. इसके अलावा कई बार ईयर फोन की अदला-बदली भी होती है जिस वजह से भी इंफेक्शन का खतरा बना रहता है.


सिर दर्द-ईयर फोन से निकलने वाली विद्युत चुंबकीय तरंगों की वजह से व्यक्ति के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है, जिस वजह से उसे सिर में दर्द या नींद ना आने की समस्या होने लगती है.


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