Infertility Problem: माता-पिता बनना दुनिया का एक सबसे ज्यादा खूबसूरत एहसास होता है. कुछ जोड़ों को यह सुख आसानी से मिल जाता है, जबकि कुछ लोगों को यह सुख पाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इनफर्टिलिटी या बांझपन दुनिया भर में लगभग 15 प्रतिशत जोड़ों को प्रभावित करता है और चिंता की बात तो यह कि यह संख्या लगातार बढ़ रही है. इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं की कई वजह हो सकती हैं.


कुछ कारक ऐसे होते हैं जो पुरुषों और महिलाओं दोनों की ही प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं. खराब लाइफस्टाइल और बेकार आदतें आपकी पैरेंट्स बनने की इच्छा को खतरे में डाल सकती हैं. अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए आपको अपनी कुछ आदतों में तब्दीली करनी होगी. आइए जानते हैं कि किन-किन आदतों में बदलाव से आप इनफर्टिलिटी की परेशानी से बच पाएंगे.   


क्यों उभरती है बांझपन की समस्या?


1. ज्यादा स्मोकिंग: स्मोकिंग महिलाओं और पुरुषों दोनों की प्रजनन क्षमता को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. ज्यादा स्मोकिंग करने की वजह से महिलाओं में मीनोपॉज की शुरुआत भी जल्दी हो सकती है. जबकि पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी कम हो सकती है. 


2. नींद की कमी: देर तक जागने वाली या नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं में बांझपन और मिसकैरेज की संभावना ज्यादा होती है.  एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरोन, लेप्टिन और फॉलिकल स्टिम्युलेटिंग हॉर्मोन (FSH) के लेवल को हर दिन 7-8 घंटे की नीद लेकर बेहतर बनाया जा सकता है, क्योंकि ये सभी कंसीव करने के लिए जरूरी होते हैं. 


3. कैफीन का ज्यादा सेवन: कॉफी का ज्यादा सेवन पुरुषों की स्पर्म पैदा करने की कैपिसिटी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है. महिलाओं में भी कैफीन के ज्यादा सेवन के काफी बुरे नतीजे हैं. कैफीन गर्भपात यानी मिसकैरेज होने के खतरे को बढ़ा सकता है. इसके अलावा, कैफीन पहले से ही बांझपन से जूझ रही महिलाओं के लिए और ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए गर्भधारण में मुश्किलों का सामना कर रहे जोड़ों को ये सलाह दी जाती है कि कैफीन के सेवन को रोजाना 250 मिलीग्राम से कम ही रखें.


4. शराब का सेवन: गर्भवती होने की सोच रहीं महिलाओं को शराब के सेवन से परहेज करना चाहिए और जो गर्भवती हैं, उनको खासतौर से इस बात का ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि ऐसा न करने पर न सिर्फ गर्भधारण करने में तमाम मुश्किलें पैदा होगी, बल्कि जो महिलाएं गर्भवती हैं, उनकी प्रेगनेंसी भी खतरे में पड़ सकती है.


5. खाने की गलत आदतें: कामकाजी लोग जल्दबाज़ी में अक्सर ब्रेकफास्ट नहीं करते और लंच समय से पहले कर लेते हैं. कुछ लोग डिनर में हेल्दी फूड खाने की बजाय जंक फूड खाना पसंद करते हैं. शरीर को सही मात्रा में पोषण नहीं मिलने की वजह से भी पुरुष और महिलाओं की फर्टिलिटी खतरे में पड़ सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि जो महिलाएं ज्यादा फास्ट फूड खाती हैं, उन्हें गर्भवती होने में ज्यादा वक्त लगता है. 


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