Jowar Cheela Recipe: जब बात हल्के-फुल्के और टेस्टी नाश्ते की आती है तो चीला कई लोगों की पहली पंसद बन जाता है. क्योंकि ये हेल्दी होने के साथ-साथ कैलोरी में भी कम होता है. इसको बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है. यही वजह है कि कई लोग ब्रेकफास्ट में चीला खाना पसंद करते हैं. आपने अभी तक बेसन, ओट्स, रवा और मूंग दाल का चीला खाया होगा. लेकिन क्या आपने कभी ज्वार से चीला बनाया है या इसका स्वाद चखा है? अगर नहीं तो आज हम आपको ज्वार का चीला बनाना सिखाएंगे, जो स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है और वजन घटाने में भी मददगार है.    


ज्वार चीला खाने के फायदे


1. फाइबर से भरपूर


ज्वार में डाइटरी फाइबर की मात्रा अधिक होती है. यही वजह है कि इससे बने पकवानों का सेवन करने से पाचन सही रहता है और आपका पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है. 


2. ग्लूटेन फ्री


ज्वार ग्लूटेन फ्री होता है. ये उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, जिन्हें ग्लूटेन इंटॉलरेंस या सीलिएक रोग है. ज्वार का इस्तेमाल आप अलग-अलग पकावानों को बनाने में कर सकते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं, आप गेहूं के आटे की जगह भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.


3. ब्लड शुगर लेवल में सुधार


ज्वार का सेवन करने से ब्लड शुगर का लेवल स्टेबल बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है. चूंकि ज्वार का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है, इसलिए यह शुगर को कंट्रोल कर सकता है. डायबिटीज से पीड़ित मरीज इसका सेवन कर सकते हैं.


4. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद


ज्वार को दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद समझा जाता है. ज्वार में मौजूद फाइबर कंटेंट कोलेस्ट्रॉल के लेवल और दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है.


कैसे बनाएं ज्वार चीला?


ज्वार चीला बनाने के लिए आपको एक बाउल में सबसे पहले ज्वार का आटा, गेहूं का आटा, कटे हुए कुछ प्याज, टमाटर और अदरक लेना है. इसके बाद इसमें काली मिर्च, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डालना है. फिर सबको एक साथ अच्छे से मिलाना है. फिर इसमें थोड़ा सा पानी डालना है. ध्यान रहे कि चीले का बैटर थोड़ा मोटा होना चाहिए, इसलिए थोड़ा सा ही पानी डालें और एक थिक बैटर तैयार कर लें. 


अब गैस पर एक पैन चढ़ाएं. इस पेन में हल्का सा तेल डालें, ताकि सतह चिकनी हो जाए. फिर चिले के बैटर को कटोरी में भरकर पैन पर फैलाएं. फिर इसे तब तक पकाएं जब तक कि यह लाल न हो जाए. इसे बीच-बीच में पलटते भी रहें, ताकि यह जले नहीं. एक बार जब यह सब हो जाए तो अपने मन मुताबिक चटनी के साथ इसे चाव से खाएं.


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