Coronavirus Case in India: कोरोना वायरस के मामलों में फिर एक बार बड़ा उछाल देखने को मिला है. ऐसे में देशभर में कोरोना की तीसरी लहर से मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. इस बुरी परिस्थिति में जो सवाल सबसे ज्यादा परेशान कर रहा है, वो ये है कि किसी कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए बिना लोग कोरोना संक्रमित कैसे हो रहे हैं. सभी को पता है की कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है. लेकिन एक और जरिया है जिससे ये वायरस फैल रहा है.


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एक्सपर्ट्स के अनुसार एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति लक्षण आने के 2-3 दिन पहले ज्यादा संक्रामक होता है. लेकिन जो मरीज संक्रमित हो चुका है लेकिन उसमें लक्षण विकसित नहीं हुए हैं, वह व्यक्ति एक स्वस्थ शरीर के लिए और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. जानकार बताते हैं कि आपके आसपास मौजूद एक ऐसा ही पूर्व-लक्षण वाला व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति जितना ही संक्रामक होता है और संक्रमण फैलाने में सक्षम होता है. 


कोविड पॉजिटिव व्यक्ति से दूरी है जरूरी 


कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के आसपास रहने का मतलब कोविड को न्योता देना है. बता दें कि ये खतरनाक वायरस संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खांसने, बात करने या सांस लेने से तेजी से फैलता है. अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के पास मौजूद हैं, तो उसके मुंह से निकली बूंदें आपके आंख, मुंह या नाक के जरिए आपके शरीर में दाखिल होकर आपको संक्रमित कर सकता है.


क्या होता है लक्षणहीन कैरियर?


कोई भी व्यक्ति जो कोविड संक्रमित है, लेकिन उसमें लक्षण नहीं दिखाई दे रहे, तो उसे लक्षणहीन कैरियर कहा जाता है. उन्हें बिलकुल भी महसूस नहीं होता कि वे संक्रमित हैं. अब अगर आप ऐसे किसी व्यक्ति के संपर्क में आते हैं जो लक्षणहीन है, तो आपके संक्रमित होने की पूरी-पूरी संभावना है. लक्षणहीन व्यक्ति से संक्रमित होने का मतलब ये नहीं कि आप भी लक्षणहीन होंगे, आप में कोविड के सिम्टम्स दिख सकते हैं.


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टेस्टिंग को टालना पड़ सकता है महंगा


कोविड-19 से संक्रमित है या नहीं, इसे पता लगाने का सिर्फ एक ही जरिया है और वो है टेस्टिंग. कोविड के लक्षण जैसे सर्दी-जुकाम को कुछ लोग आम फ्लू मानकर उसका इलाज शुरू कर दे रहे हैं और कोविड टेस्ट नहीं करवा रहे. ऐसे में जब तक उस व्यक्ति का जुकाम ठीक नहीं होता, वो वायरस को कई लोगों में फैला चुका होता है. लक्षणहीन मामले का पता लगाने के लिए सिर्फ लैब टेस्ट ही एक मात्र तरीका है. इसलिए हाल की परिस्थियों के अनुसार थोड़ा भी सर्दी-जुकाम होने पर लैब टेस्ट करवाना जरूरी है. कई सारे लक्षणहीन लोग टेस्ट से बचते हैं, जो आगे जाकर कैरियर का काम करते हैं.


ओमिक्रोन वेरिएंट


कोविड-19 का नया वेरिएंट 'ओमिक्रोन' दुनियाभर में लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों में सिम्टम्स नहीं नजर आते और ज्यादातर लोग लक्षणहीन हैं. यही वजह है कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है और इससे बचना मुश्किल है. एक रिसर्च के मुताबिक, ओमिक्रोन में लक्षणहीन मामलों से हो रहा वायरस का फैलाव ज्यादा देखा जा रहा है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.