Golgappa Water: जिस गोलगप्पे को आप इतनी चाव से खाते हैं क्या आप जानते हैं कि उसका पानी कैसे बनाया जाता है. दरअसल, हर गली-नुक्कड़ पर गोलगप्पे की दुकान लगती है. इन ठेलों पर जमकर भीड़ भी होती है लेकिन बता दें कि मिलावट के दौर में गोलगप्पा भी अब नहीं बचा है. इसका पानी जिस तरह से बनाया जा रहा है, वह सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. जिस गोलगप्पे को आप खाते हैं उसके पानी का स्वाद चटपटा बनाने के लिए उसमें नमक का तेजाब मिलाया जा रहा है.  इसका खुलासा एनबीटी की एक स्टिंग में हुआ है. इसकी वजह से पेट दर्द, कब्ज और अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि, ऐसा सभी गोलगप्पा बेचने वाले नहीं कर रहे हैं लेकिन कुछ की गलती की वजह से सेहत को कई खतरे हो सकते हैं.

 

गोलगप्पे के पानी में कितना एसिड

स्टिंग ऑपरेशन में गोलगप्पे बेचने वाले ने बताया कि परचून की दुकानों से एसिड बड़े ही आसानी से मिल जाता है. 50 लीटर पानी में करीब 400 ग्राम एसिड मिलाने से ही स्वाद चटपटा हो जाता है. कस्टमर्स को इसकी भनक न लगे, इसलिए गोलगप्पे के पानी में इमली और अमचूर भी ज्यादा डाला जाता है.

 

ऑर्गन डैमेज कर सकता है नमक का तेजाब

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गोलगप्पे के पानी में एसिड मिलाने का मतलब है कि लोगों को जहर दिया जा रहा है. इससे स्किन में जलन और खाने की नली में अल्सर की समस्या हो सकती है. शुरुआत में तो इसका असर कम देखने को मिल सकता है लेकिन बाद में यह खतरनाक नासूर बन सकता है. ये पेट के अंदर कई नलियों को भी डैमेज कर सकता है. इससे जलन, कब्ज और अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

 

गोलगप्पे के पानी में एसिड की पहचान कैसे करें

 

1. गोलगप्पे का पानी जिस बर्तन में रखा है, उसे ध्यान से देखें. अगर बर्तन का कलर हल्का हो गया है तो ऐसा पानी में एसिड की मिलावट की वजह से भी हो सकती है.

2. अगर दुकान पर स्टील की प्लेट पर गोलगप्पा दिया जा रहा है और स्टील सही तरह चमकदार नहीं है तो गोलगप्पे के पानी में एसिड हो सकता है.

3. गोलगप्पा खाते समय अगर दांतों में एक लेयर सी बन रही है तो हो सकता है कि एसिड की मिलावट की गई हो.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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