Benefits Of Milk:
  
दूध को कंप्लीट फूड माना जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स रोज एक गिलास दूध पीने का मश्विरा देते हैं, क्योंकि इसमें कई सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद साबित होते हैं. बावजूद इसके बच्चे तो छोड़िए बड़े भी हेल्दी दूध पीने से पहले कई बार सोचते हैं और न पीना पड़े इसलिए बहाने भी बनाते हैं. 

 

पाए जाते हैं कई पोषक तत्व

 

दूध के जरिए हमारी बॉडी को कैल्शियम, प्रोटीन, नेचुरल फैट, कैलोरी, विटामिन डी, विटामिन बी-2, पोटैशियम और कई पोषक तत्व मिलते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक दूध को ठंडा पीने के बजाय गर्म करके पीया जाए तो इसकी न्यूट्रीशन वैल्यू काफी बढ़ जाती है.

 

क्यों पीना चाहिए गर्म दूध

 

गर्म दूध और शहद अगर एक साथ मिलाकर पीया जाए तो ये antibacterial का काम करता है. सर्दी-खांसी में भी आराम मिलता है. गर्म दूध जल्दी डाइजेस्ट होता है. इसमें लैक्टियम नामका प्रोटीन होता है जो बीपी कम करने में मददगार पाया गया है. वहीं, ठंड के दिनों में गर्म दूध पीकर आप अपने शरीर को गर्म रख सकते हैं. यह शरीर को नमी से बचाता है.

 

गर्म दूध पीने के फायदे

 


  • दूध को गर्म करके पीने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे दूध में मौजूद सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया मर जाते हैं. इस प्रोसेस को पाश्चराइजेशन कहा जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक गर्म दूध पीने से बॉडी को एनर्जी मिलती है. 

  • हर रोज एक गिलास गर्म दूध पीने से आपका पेट देर तक भरा महसूस होगा, जिससे आप बार-बार खाने से बचेंगे. कम डाइट लेने से आपका वजन धीरे-धीरे घटने लगेगा और आप ज्यादा चुस्त तंदरुस्त महसूस करेंगे.

  • रात में एक गिलास गर्म दूध जरूर पीना चाहिए. इससे बॉडी और माइंड को सुकून मिलता है. इससे स्लीपिंग क्वॉलिटी बेहतर होती है और अगले दिन आप थकान महसूस नहीं करते. इसमें ट्रिप्टोफैन नामक अमिनो एसिड होता है जो अच्छी नींद लाने में मददगार होता है. ऐसे में अगर आपको रात में जल्दी नींद नहीं आती तो गर्म दूध इस समस्या से निजात दिलाएगा.

  • दूध में पाया जाने वाला कैल्शियम हड्डियों को मजबूती देता है. गर्म दूध पीने से बोन डेंसिटी में इजाफा होता है. इसके अलावा आपकी बॉडी पहले से ज्यादा स्ट्रॉन्ग होती है.

  • रोजाना रात में सोने से पहले गर्म दूध पीने से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. ऐसा करना डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी होता है. हालांकि इस बारे में अपने डॉक्टर से बात जरूर करें. 


 

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