नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में इस साल डेंगू और चिकुनगुनिया के खिलाफ असरदार उपाय के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाने का समर्थन किया है.



कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा की पीठ ने कहा कि इस साल प्राधिकारों को पहले से अपनी योजनाओं के साथ तेयार रहना है ताकि इस तरह के मामले नहीं आए.



आंकड़ों के मुताबिक 2016 में डेंगू के 4431 मामले और चिकुनगुनिया के 9749 मामले सामने आए . यह बीमारी का अब तक का सबसे बड़ा प्रसार है.



इसका संज्ञान लेते हुए पीठ ने कहा, ‘‘हम पहले से निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने की सोच रहे हैं ताकि इस साल शहर में डेंगू और चिकुनगुनिया के मामले नहीं आए. पीठ ने कहा कि हमें तैयार होना है जिससे इस बार वेक्टर जनित बीमारियां फैलना बंद हो. साथ ही कहा कि प्राधिकारयों की कार्रवाई रिपोर्ट ने डेंगू और चिकनगुनिया के उभार पर कुछ नहीं दिया है.



दक्षिण दिल्ली नगर निगम की एक स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक इस साल एक जनवरी से चार महीने में ही दिल्ली में चिकुनगुनिया के 80 और डेंगू के 30 मामले दर्ज किये जा चुके हैं जबकि राजधानी में मच्छर जनित बीमारियां जुलाई और दिसंबर के बीच फैलती है.