शराब पीना किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं हो सकता है चाहे वह आदमी हो या औरत. लेकिन हालिया रिसर्च में औरतों के शराब पीने को लेकर अजीबोगरीब खुलासा हुआ है. इस रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि लिंग के आधार पर भी शराब का असर पड़ता है. शराब पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए काफी ज्यादा हानिकारक होती है. 'नेशनल सेंटर ऑफ डिजिज कंट्रोल' (एनसीडीसी) ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में शराब पीने से काफी ज्यादा खतरनाक असर पड़ता है. 


बायोलॉकिल डिफरेंसेस


'हार्वर्ड हेल्थ' में पब्लिशिंग एक रिपोर्ट के मुताबिक शराब का खतरनाक असर महिलाओं पर ज्यादा पड़ता है. इसके पीछे का कारण यह है कि महिलाओं में आमतौर पर पुरुषों की तुलना में शरीर में फैट काफी ज्यादा होता है. वहीं पानी की मात्रा कम होती है. चूंकि अल्कोहल पानी में आराम से घुल जाता है और इसे पतला करने के लिए महिलाओं के शरीर में पानी की मात्रा कम होती है. पुरुषों के मुकाबले शरीर का वजन जल्दी बढ़ जाता है. ब्लड में अल्कोहल की मात्रा अधिक बढ़ जाती है. इसलिए औरतों को ज्यादा अल्कोहल नहीं पीना चाहिए. क्योंकि महिलाओं को ड्रिंक करते ही तुरंत नशा होने लगता है. 


एंजाइमेटिक कारण


महिलाओं को अल्कोहल पचाने में काफी ज्यादा दिक्कत होती है. महिलाओं में शराब धीरे-धीरे पचती है. जिसके कारण शराब उनके सिस्टम में काफी लंबे वक्त तक रहता है. जिसके कारण वह पेट पर गंभीर असर डालता है. 


लिवर खराब होने का खतरा बढ़ जाता है


लगातार शराब पीने से लीवर खराब हो सकता है और पुरुषों की तुलना में महिला का लिवर ज्यादा सेंसिटिव होता है. महिलाओं में अल्कोहलिक लिवर की बीमारी अधिक तेजी से फैलती है. यह ज्यादा शराब पीने से होता है.  यह महिलाओं को सिरोसिस और शराब से होने वाली खतरनाक नुकसान के कारण होता है. 


मासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव महिलाओं की शराब के प्रति प्रतिक्रिया को प्रभावित कर सकता है. महिलाओं को अपने मासिक धर्म चक्र के कुछ चरणों के दौरान बढ़ी हुई संवेदनशीलता और बढ़ी हुई हानि का अनुभव हो सकता है. महिलाओं के लिए शराब की खपत को नियंत्रित करने के लिए इन हार्मोनल प्रभावों को समझना महत्वपूर्ण है.


ब्रेस्ट कैंसर का खतरा
Breastcancer.org के अनुसार शोध शराब के सेवन और स्तन कैंसर के बढ़ते खतरे के बीच संबंध का सुझाव देता है. जो महिलाएं कम मात्रा में शराब का सेवन करती हैं .उनमें स्तन कैंसर होने की संभावना अधिक हो सकती है. यह जोखिम एक चिंताजनक पहलू है जो शराब से संबंधित स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में महिलाओं के बीच जागरूकता की आवश्यकता पर जोर देता है.


मेंटल हेल्थ पर डालता है बुरा असर


महिलाएं शराब के सेवन से जुड़ी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जुझती है, जिनमें अवसाद और चिंता भी शामिल हैं. मानसिक स्वास्थ्य और शराब के सेवन की परस्पर जुड़ी प्रकृति दोनों पहलुओं को व्यापक रूप से संबोधित करने के महत्व पर प्रकाश डालती है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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