मां का दूध बच्चे के लिए वरदान माना जा है. मां का दूध ही एक नवजात शिशु के लिए सबसे अच्छा पौष्टिक आहार होता है. इसमें बच्चे के लिए जरूरी सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जैसे की प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन आदि. मां का दूध ही एक नवजात के स्वस्थ विकास में सबसे बड़ा रोल अदा करता है. ऐसे में मां को भी अपने डाइट का विशेष ध्यान रखना पड़ता ताकि वह बच्चे को स्वस्थ और पौष्टिक दूध पिला सके. एक स्वस्थ मां का दूध ही बच्चे के सही विकास की नींव तैयार करता है. एक्सपर्ट के अनुसार ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान मां को कैल्शियम और विटामिन डी की सप्लीमेंट जरूर लेनी चाहिए. आइए जानते हैं इसके बारे में क्यों?


जानें क्यों जरूरी होती है सप्लीमेंट लेने की
जब मां अपने बच्चे को अपना दूध पिलाती है तो उसे बहुत सारे पोषक तत्वों की जरूरत होती है. दूध बनाने के लिए मां के शरीर को कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन आदि की बहुत ज्यादा मात्रा में जरूरत होती है.अक्सर ऐसा होता है कि मां को इतने सारे पोषक तत्व उसके खाने से नहीं मिल पाते. इस वजह से उसके शरीर में इन चीजों की कमी होने लगती है. ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली हर महिला को एक संतुलित और पौष्टिक भोजन के साथ ही पर्याप्त आराम भी जरूरी है. लेकिन आज के खराब लाइफस्टाइल और गलत खान पान की वजह से पूरा पोषक तत्व मां को नहीं मिल पाती है. ऐसे में उन्हें डॉक्टर सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं. 


होती है इन विटामिन्स की कमी 
जो मां अपने बच्चे को दो साल तक फीड करवाती है उन्हें कैल्शियम और विटामिन डी की सप्लीमेंट जरूर होती है ताकि मां के शरीर में कमी न हो. अगर वह नहीं लेती है तो शरीर में  कैल्शियम की कमी होने लगती है और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. इसलिए ब्रेस्ट फीडिंग के साथ कैल्शियम और विटामिन डी का सप्लिमेंट लेना बहुत होता है. कई बार हम ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली मां से सुनते हैं कि उनके कमर में दर्द रहता है जो मां सप्लीमेंट या सही डाइट नहीं लेती है उनके अंदर कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होने लगती है जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती है और साथ ही थकान, कमजोरी जैसी समस्याएं भी होने लगती है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.