Benefit Of Exercise Before Study: जरा याद कीजिए अपनी नानी-दादी की सीख या मम्मी पापा की सीख जो कहा करते थे कि खेलना बहुत जरूरी है. लेकिन अब पढ़ाई और मोबाइल चलाने के बीच बच्चों का शेड्यूल इतना व्यस्त हो चुका है कि खेलने का वक्त ही नहीं बचता. बच्चे पलंग से उठते हैं और सीधे पढ़ाई के टेबल पर बैठ जाते हैं. अगर आपका बच्चा भी इन्हीं आदतों का शिकार है तो उसे वर्कआउट की आदत जरूर डलवाएं. ये बिलकुल न सोचे कि अभी पढ़ाई जरूरी है एक्सरसाइज करने की ये उम्र नहीं है. कुछ स्टडी में ये दावा किया गया है कि जो बच्चे थोड़ी देर की एक्सरसाइज के बाद पढ़ने बैठते हैं उनका दीमाग भी तेज काम करता है.

 

क्यों जरूरी है पढ़ाई से पहले वर्कआउट?

Frontiers In Psychology के रिपोर्ट के मुताबिक एक्सरसाइज करने से दीमाग तक ब्लड का फ्लो बढ़ता है. जो कुछ खास न्यूरोट्रांसमीटर्स के लेवल को भी बढ़ाता है. साथ ही खुद पर कंट्रोल रखने की फीलिंग को भी बढ़ाता है. एक और रिव्यू में ये कहा गया है कि जो बच्चे फिजिकली एक्टिव रहते हैं उनका पढ़ाई में ज्यादा अटेंशन रहता है साथ ही वो चीजें जल्दी समझते हैं. 

 

कौन सी एक्सरसाइज है बेस्ट?

ये सवाल जरूर उठता है कि बच्चों के लिए किस किस्म की एक्सरसाइज ज्यादा बेहतर होगी. फिट रहने के लिए या टोन्ड रहने के लिए तो तरह तरह की एक्सरसाइज की जाती हैं. लेकिन पढ़ने वाले बच्चों को उस तरह के वर्कआउट की जरूरत नहीं है. उन्हे ऐसा वर्कआउट करना चाहिए जो उनके भीतर फुर्ती लाए. आप चाहें तो उन्हें एयरोबिक्स करवा सकते हैं. अगर ये आपकी पसंद न हो या बच्चे को पसंद न  हो तो उन्हें स्विमिंग, साइक्लिंग, जॉगिंग या रनिंग के लिए भी कहा जा सकता है. पढ़ाई से पहले कुछ मिनटों की वॉक भी फायदेमंद है. 

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 

 

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