लंदनः शोधकर्ताओं ने एक ऐसा मोबाइल ऐप विकसित किया है जो हार्ट अटैक के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार आलिंद फिब्रिलेशन की पहचान कर सकेगा. हृदय गति का एब्नॉर्मल या बहुत तेज गति से धड़कने की क्रिया को आलिंद फिब्रिलेशन कहते हैं जिससे हार्ट अटैक, हृदय का काम बंद करना और हृदय संबंधित अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. हार्ट अटैक को रोकने के लिए समय पर इसकी पहचान होना बहुत जरूरी है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
फिनलैंड में टुर्कू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जुहानी ऐराक्सिनेन ने कहा कि पहली बार कोई नॉर्मल डिवाइस ऐसे नतीजे पर पहुंच पाई है जिससे वह मरीज की चिकित्सा में सहायता प्रदान कर सके.


रुक-रुक कर आलिंद फिब्रिलेशन होने के कारण वर्षो से डॉक्टरों को भी इसका पता नहीं चलता था जिस कारण यह खोज और भी महत्वपूर्ण है.


कैसे की गई रिसर्च-
शोध के दौरान 300 मरीजों को शामिल किया गया जिनमें लगभग आधे लोग आलिंद फिब्रिलेशन से पीड़ित थे. शोधकर्ता स्मार्टफोन की सहायता से रोग की पहचान करने में कामयाब रहे. शोधकर्ताओं के अनुसार इससे लगभग 96 फीसदी तक प्रमाणित परिणाम मिले. शोधकर्ताओं के अनुसार इस एप को कुछ समय तक और विकसित किया जाएगा. यहां तक आने में सात साल लग गए.


ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.