क्या आप हर वक्त स्वस्थ भोजन खाने और प्रयाप्त नींद लेने के बावजूद थके हुए रहते हैं? हालांकि, थकान अक्सर खराब पोषण, शारीरिक गतिविधि की कमी और खराब जीवनशैली से जुड़ा है, लेकिन लगातार थकान का महसूस होना वास्तव में एक सिंड्रोम हो सकता है. क्रोनिक फटीग सिंड्रोम से स्थायी और लगातार थकान हो सकता है.


ये एक पेचीदा और अत्यधिक थकान की समस्या होती है जो छह महीनों तक रह सकती है. इस प्रकार का थकान शारीरिक और मानसिक काम को करना दुश्वार बना देता है और आराम करने से भी सुधार नहीं होता. क्रोनिक फटीग सिंड्रोम का मुकाबला करना बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं. आप जीवनशैली में मामूली बदलाव लाकर और शारीरिक गतिविधि के जरिए समस्या पर काबू पा सकते हैं.


क्रोनिक फटीग सिंड्रोम से निबटने के कुछ प्रभावी उपाय
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम से पीड़ित कुछ लोग खराब नींद और इनसोमनिया से भी पीड़ित हो सकते हैं. जब आपके शरीर को उचित आराम नहीं मिलता है, तो आपको थकान का एहसास होगा. इस तरह, क्रोनिक फटिग सिंड्रोम का उपचार के लिए सबसे पहले आपको अपनी नींद की रूटीन तैय करने की जरूरत होगी. जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से भी मिल सकते हैं.


विटामिन डी हासिल करना
ज्यादातर लोगों में विटामिन डी जैसे पोषक तत्व की कमी आम होती है और शरीर के कई काम को अंजाम देने के लिए बहुत जरूरी होता है. विटामिन डी आपके ऊर्जा का स्तर बढ़ाने और क्रोनिक फटीग सिंड्रोम के उपचार में बड़ी भूमिका अदा करता है. इसलिए अपनी डाइट में ज्यादा विटामिन डी को शामिल करें और सिंड्रोम को नियंत्रित करने के लिए सूरज की रोशनी हासिल करें.


अपने भोजन पर ध्यान दें
हमारे शरीर के लिए ऊर्जा का बुनियादी स्रोत फूड है. अगर आप क्रोनिक फटीग सिंड्रोम से जूझ रहे हैं, तो बहुत जरूरी है कि आप अपनी डाइट पर निगाह रखें. आप फैट वाले, तला और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें. इसके अलावा शुगर के इस्तेमाल में कटौती लाने का प्रयास करें.


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