अक्सर लोगों को शरीर में दर्द, अंगों में फड़कन, सांस फूलने और हाथ-पैर सुन्न पड़ने की शिकायत रहती है जिसका कारण होता है ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट. जब शरीर के सभी हिस्सों तक ब्लड नहीं पहुँच पाता तो शरीर में कई तरह की तकलीफें शुरू हो जाती हैं. ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट की मुख्य वजह नसों में ब्लॉकेज होती है और ये वजह उस हद तक खतरनाक साबित हो सकती है कि व्यक्ति को हृदय रोगों की गिरफ्त में ले आये. अगर आप भी नर्व ब्लॉकेज की समस्या से ग्रसित हैं तो इसे हलके में न लें और हमारे उन तीन बेजोड़ उपायों को अपनाएं जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं. ये उपाय आपको दर्द से राहत दिलाने के साथ साथ नर्व ब्लॉकेज की परेशानी से छुटकारा भी दिलाएंगे.


एक्सरसाइज और योगा
एक्सरसाइज और योग हर किसी के लिए फायदेमंद होता है. योग शरीर को बीमारियों से बचाता है, साथ ही शरीर में नई ताज़गी भी लेकर आता है. एक्सरसाइज और योग करने से शरीर अच्छे से काम करता है. क्योंकि यह शरीर के अंगों को खोलता है और खून का प्रभाव सही रखता है. योग में कई आसन हैं जो नसों की ब्लॉकेज को दूर करने में मदद करते हैं, जैसे कि भुजंगासन, ये आसन शरीर से थकावट दूर करने के साथ मोटापा भी घटाता है. इस आसन से शरीर में खून का प्रभाव सही रहता है. शलभासन योग, इस आसन से शरीर के कई हिस्से खूल जाते हैं जैसे कि कंधें, पेट, कमर का निचला हिस्सा, पैर, और छाती. ये आसन कमर को मजबूत बनाता है. इस आसन के ज़रिये नसों की ब्लॉकेज से छुटकारा पाया जा सकता है.


बादाम का सेवन
बादाम की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसको सही तरीके से खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. नसों की ब्लॉकेज दूर करने के साथ-साथ बादाम का सेवन पेट दर्द और कब्ज जैसी परेशानी से भी निजात दिलाता है. अगर हर रोज़ आप सुबह खाली पेट 5 से 10 भीगे बादाम खाते हैं तो यह आपकी नसों की ब्लॉकेज जैसी समस्या दूर कर देता है. साथ ही, बादाम खाने से सोचने और समझने की क्षमता भी बढ़ जाती है. बादाम के साथ-साथ आप इसमें अखरोट की 4 गिरी और किशमिश भी खा सकते हैं.


लहसुन के साथ दूध पियें
नस की ब्लॉकेज के बाद उठने वाला दर्द बेहद तकलीफदायक होता है. इस दर्द से निजात पाने के लिए दूध और लहसुन का सेवन सर्वाधिक उत्तम है. ये सुनने में अजीब ज़रूर है मगर इसके फायदे जबरदस्त होते हैं. दूध और लहसुन खाने से दर्द में जल्द राहत मिलती है और शरीर की बंद नसें खूल जाती हैं.