सरकार के वित्त मंत्रालय के तहत काम करने वाली पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने  पेंशन फंड इंवेस्टमेंट को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अब पेंशन फंड को आईपीओ, एफपीओ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इंवेस्ट किया जाएगा. पेंशन फंड मैनेजरों को इसके लिए पीएफआरडीए की अनुमति मिलने के बाद इंवेस्टमेंट का रास्ता क्लियर हो जाएगा.


पीएफआरडीए यह कदम पेंशनर की संख्या बढ़ाने के लिए उठाने जा रहा है. इस फैसले से पेंशनर को फायदा हो सकता हैं. इसके साथ इस बात पर गौर किया जा रहा है कि कर्मचारी के रिटायरमेंट पर उसे अच्छा खासा पैसा मिले. अभी पेंशन फंड मैनेजर आईपीओ या एनएसई में 5,000 करोड़ रुपये के मार्केट कैप की बाध्यता के कारण इंवेस्ट नहीं कर पाते हैं.  


ये है सरकार की तैयारी
नए नियम के मुताबिक पेंशन फंड मैनेजर द्वारा एनएसई और बीएसई की टॉप 200 कंपनियों में इंवेस्ट किया जा सकेगा. पेंशन का पैसा आईपीओ, एफपीओ और ऑफर फार सेल इश्यू में इंवेस्ट किया जाएगा. इसके लिए आईपीओ और एफपीओ के मापदंड तय किए जाएंगे. इसमें पेंशन फंड मैनेजरों को इस बात की छूट मिल सकती है कि वे कौनसी कंपनी में पैसा लगाते हैं. फिलहाल एनपीएस के पेंशनर्स की संख्या 4.37 करोड़ हैं और इसमें से 2.90 करोड़ पेंशनर्स अटल पेंशन योजना के तहत हैं. पीएफआरडीए की योजना साल 2021-22 में एक करोड़ और पेंशनर्स जोड़ने की है.


पेंशनर को होगा ये फायदा
पेंशन फंड का पैसा यदि सरकारी सिक्योरिटी में जमा होता है तो 10 साल में 6.25-6.50 फीसदी तक की कमाई संभव है. पीएफआरडीए, पेंशन फंड को रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की ओर से जारी डेट पेपर में इंवेस्ट करना चाहता है. पीएफआरडीए का मानना है कि इससे आगामी वक्त में पेंशनर्स के रिटायरमेंट फंड को बढ़ाने में मदद मिल सकेगी.


यह भी पढ़ें


UIDAI के डेटाबेस से मैच हो रही है क्या आपके आधार कार्ड पर छपी जानकारी, ऐसे चेक करें डिटेल


रिटायरमेंट के लिए ये हैं 5 बेहतरीन इंवेस्टमेंट ऑप्शन, जानें इनके बारे में