पुराने समय में वकीलों द्वारा एक स्पेशल तरह की विग का इस्तेमाल किया जाता था. जो अब भी ब्रिटिश अदालतों में देखनेे को मिलता है. वहां वकील और न्यायाधिश एक तरह की विग पहने नजर आते हैं. जिसे बैरिस्टर विग कहा जाता है. ऐसे में उन्हें देखने वाले हर शख्स के मन में एक ही सवाल उठता है कि आखिर वो ऐसा करते क्यों हैं और इसके पीछे की वजह क्या है. 


क्यों ब्रिटिश वकील पहनते हैं विग?
अंग्रेेजों ने भारत पर जब राज किया तो ऐसी कई चीजें थीं जो उनके जरिए भारत में आई थीं. इन्हीं में से एक वकीलों का पहनावा भी है. हालांकि अब भारत में वकील बैरिस्टर विग अब नहीं पहनी जाती, लेकिन ब्रिटेन की अदालतों में ये आज भी उतनी ही जरूरी है.


यदि वहांं बैरिस्टर विग न पहनी जाए तो इसे अदालत के अपमान केे रूप में देखा जाता है. वहां बैरिस्टर विग वकीलों के ड्रेस कोड का हिस्सा होती है. वहांं विग पहनने वाले न्यायाधीशों और बैरिस्टरों का कहना है कि पेरुके के रूप में पहचाने जाने वाले हेडपीस जिसे वकीलों और जजों द्वारा पहना जाता है, अदालत में औपचारिकता और गंभीरता की भावना लाता है.


वकील के ड्रेस कोड का हिस्सा हैंं विग
ब्रिटेन में वकील जब अपने ड्रेस कोड को पहनता है तो उसमें विग भी शामिल होती हैं. दरअसल येे उसकेे ड्रेस कोड का ही एक हिस्सा होती हैं. बैरिस्टर विग ऊपर की ओर से घुमावदार और पीछे की ओर से कर्ल होते हैं. वहीं जजों की विग जिसे बेंच विग भी कहा जाता है वो ज्यादा भरे हुए होते हैं और उनके कर्ल काफी कसे हुए होते हैं. वकीलों और जजों के लिए बनाई जाने वाली अधिकांश विग घोड़े के बालों से बनाई जाती हैं. जो हस्तनिर्मित होती हैं. हालांकि आजकल इस तरह की सिंथेटिक विग भी उपलब्ध हो जाती हैं.             


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