भारत और पाकिस्तान के बीच हुए तनाव के दौरान पड़ोसी मुल्क ने भारत की ताकत को देख लिया है. वो समझ गया है कि भारत कितना ताकतवर है और पाकिस्तान के पास ऐसे ताकतवर हथियार बनाने के लिए न तो पैसे हैं और न ही लोग. यही वजह है कि वो तुर्किए और चीन के जरिए अपनी शक्ति बढ़ाने की जुगत में लगा है. अब खबर आ रही है कि पाकिस्तान तुर्किए से एक ऐसा रडार खरीद रहा है जो कि लंबी दूरी से खतरों को भांप लेगा और उसके बारे में बताएगा. लेकिन पाकिस्तान को लेकर अगर एक चीज आपने ध्यान दी हो तो वह यह है कि पाक ने अपने देश में जितनी भी मिसाइलें तैयार की हैं, सभी का नाम विदेशी आक्रांताओं के नाम पर है. चलिए जानें कि ऐसा क्यों है.

हाल ही में किया अब्दाली का प्रशिक्षण प्रक्षेपण

पाक की आदत रही है कि वो हमेशा हर उसे नई पहचान देने की कोशिश करता है, जिसने अतीत में हिंदुओं के साथ हिंसा की हो या फि भारत में कत्लेआम मचाया हो. अफगानिस्तान और तुर्किए से आए वो लुटेरे जिन्होंने हमारे देश की धरती पर खून की नदियां बहाईं, कत्लेआम किया, मंदिरों को तोड़ा आज पाकिस्तान उनके ही नाम पर अपनी मिसाइलों के नाम रखता है. पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने अपने अब्दाली हथियार का प्रशिक्षण प्रक्षेपण किया था. 

पाकिस्तान क्यों रखता है ऐसे नाम

पाकिस्तान अपनी मिसाइलों के नाम विदेशी लुटेरों के नाम पर रखकर यह दिखाने की कोशिश करता है कि अतीत में जिन लुटेरों ने भारत में आकर खून-खराबा किया था वर्तमान में पाकिस्तान भी वही करना चाहता है. अब अब्दाली की ही बात करें तो ये वो लुटेरा था, जिसने 18वीं सदी में भारत पर कई बार हमला किया था, लाखों लोगों की हत्या की और देश के सांस्कृतिक शहरों को खंडहर में बदल दिया. ऐसे में पाकिस्तान का ऐसा नाम रखने के पीछे की और क्या मंशा हो सकती है. अब दुनिया के देश अपने अतीत पर गर्व करते हैं, लेकिन पाकिस्तान आक्रमणकारियों को अपना आका मानता है, इसीलिए वो उनके नाम पर मिसाइलों के नाम रखता है.

विदेशी आक्रांताओं के नाम पर गर्व महसूस करता है पाक

पाकिस्तान इस बात पर गर्व महसूस करता है कि उसकी मिसाइलें अब्दाली, गजनवी, बाबर, गौरी जैसे इस्लामी विजेताओं के नाम पर हैं. लेकिन भारत में ये सारे नाम उपमहाद्वीप के उन विदेशी हमलावरों के हैं, जिन्होंने धार्मिक उत्पीड़न, लूट और नरसंहार मचाया. पाकिस्तान का मिसाइलों के ऐसे नाम रखने के पीछे एक खास वैचारिक एजेंडा है. दरअसल वो भारत को छलनी करने वाले कुख्यात हमलावरों को अपने नायक के रूप में देखता है. 

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