क्या अमेरिका और क्या चीन? ये मुस्लिम देश आ गए एक साथ तो कोई नहीं ले पाएगा टक्कर, जानें इनकी ताकत
साल 2023 में आई ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स की रिपोर्ट की मानें तो इस दौरान तुर्किए सबसे ताकतवर देश बनकर उभरा था. तुर्किए के पास 3,55,200 सक्रिय सैनिक, 3,78,700 रिजर्व सैनिक, आर्मर्ड व्हीकल्स 55,104 और 286 रॉकेट लॉन्चर्स हैं. इनके पास 205 लड़ाकू विमान और 12 पनडुब्बियां भी हैं.
ग्लोबल फायरपावर ही 2025 की लिस्ट में सऊदी अरब का स्थान 24वें नंबर पर है. इनके कुल एक्टिव सैनिक 2,57,000, अर्धसैनिक बल 1,50,000, 840 टैंक, 19,040 सैन्य वाहन, सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी 332, 321 रॉकेट लॉन्चर, वायुसेना में 917 विमान और 283 लड़ाकू विमान हैं.
पाकिस्तान की बात करें तो सैन्य शक्ति के मामले में वह दुनिया में 12वें नंबर पर है. पाक के पास दुनिया में सक्रिय सैनिक 6.54 लाख, रिजर्व 5 लाख, कुल सैन्य ताकत 17 लाख, लड़ाकू विमान 328, नौसैनिक जहाज 114, पनडुब्बियां 108, कुल टैंक 3700, बख्तरबंद वाहन पचास हजार से ज्यादा हैं.
ईरान की बात करें तो उसके बास 4071 लड़ाकू टैंक, 551 विमान, 101 युद्धपोत, 5.75 लाख सक्रिय सैनिक, 186 फाइटर जेट और 129 हेलीकॉप्टर हैं.
इजराइल की बात की जाए तो उसके पास आज की तारीख में 1.73 लाख सक्रिय सैनिक हैं. इसके अलावा 612 विमान, 2200 टैंक, 67 युद्धपोत, 80 परमाणु बम 241 फाइटर जेट और 146 हेलीकॉप्टर और आयरन डोम भी हैं.
मिस्र की सैन्य ताकत अरब देशों में सबसे ज्यादा है. विश्व में यह 19वें स्थान पर आता है. यहां पर सेना की संख्या 3 लाख से ज्यादा है. मुस्लिम देशों में रक्षा लिहाज से सबसे ताकतवर देशों में पांचवें नंबर पर मिस्र का नाम शामिल है.
इसके बाद अल्जीरिया को शामिल किया जा सकता है. ग्लोबल फायरपावर के लिहाज से अल्जीरिया इस्लामिक देशों में 7वें नंबर पर आता है, लेकिन दुनिया के 146 देशों में इसकी रैंक 26वीं है. यहां 3.25 लाख एक्टिव सैनिक हैं.