दुनिया में जब भी खतरनाक हथियारों की बात होती है तो परमाणु बम का जिक्र सबसे पहले आता है. दरअसल, परमाणु बम ऐसे हथियार हैं, जो मानव सभ्यताओं के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं. परमाणु बम कितने घातक हो सकते हैं इसकी बानगी दुनिया को पहली बार द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान देखने को मिली थी, जब अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे. इस हमले में दोनों शहरों की करीब 1.50 लाख से ज्यादा आबादी खत्म हो गई थी. इतना ही नहीं, परमाणु बम से निकले रेडिएशन का असर सालों तक रहा.
बहरहाल, दुनिया में ऐसे 9 देश हैं जिनके पास परमाणु हथियार हैं. इन देशों में अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस, भारत, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया शामिल हैं. दुनिया में इस समय जितने भी परमाणु हथियार हैं, उसमें 90 फीसदी हथियार अमेरिका और रूस के पास ही हैं. दुनिया में किसी अन्य देश को परमाणु हथियार विकसित करने की अनुमति नहीं है, लेकिन क्या आप ऐसे देश के बारे में जानते हैं जिसके पास अपने परमाणु हथियार थे, लेकिन उसने खुद ही उन्हें नष्ट कर दिया था.
तो दुनिया में होते 10 परमाणु शक्ति संपन्न देश
दुनिया में फिलहाल 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं, जिसमें केवल पांच देशों को ही इन्हें आधिकारिक तौर पर रखने का अधिकार है. इन देशों में अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन और ब्रिटेन शामिल हैं, जिन्होंने न्यूक्लियर नॉन-प्रोलिफरेशन ट्रीटी के आने से पहले ही परमाणु हथियार विकसित कर लिए थे. इसके अलावा दुनिया के अन्य चार देश भारत, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया इस संधि को नहीं मानते हैं. इन देशों के अलावा एक ऐसा भी देश है, जिसने परमाणु हथियार विकसित कर लिए थे. यह देश है दक्षिण अफ्रीका.
खुद खत्म कर लिए थे अपने हथियार
दुनिया के 9 परमाणु शक्ति संपन्न देशों के अलावा दक्षिण अफ्रीका ऐसा 10वां देश था, जिसने परमाणु हथियार विकसित कर लिए थे. इसकी पुष्टि खुद दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति फ्रेडरिक विलियम डी क्लार्क ने की थी. उन्होंने संसद में दिए एक भाषण में कहा थ कि दक्षिण अफ्रीका ने छह परमाणु बम बना लिए थे. हालांकि, न्यूक्लियर नॉन-प्रोलिफरेशन ट्रीटी में शामिल होने से पहले ही इस देश ने अपने परमाणु हथियारों को खत्म कर लिया था. 1993 में राष्ट्रपति क्लार्क ने इसकी पुष्टि की थी. उन्होंने कहा था कि सैन्य जरूरतों के लिए देश का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह बंद कर दिया गया है.