Ayodhya Circle Rate: अयोध्या में जनवरी, 2024 को श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद यहां के रियल एस्टेट सेक्टर में गजब का उछाल देखने को मिला. आलम यह है कि बीते 8 सालों में पहली बार सर्किल रेट में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है. लोकेशन के हिसाब से शहर के अलग-अलग इलाकों में सर्किल रेट बढ़ाया गया है, जो शनिवार से प्रभावी होगा. नए रेट के साथ जमीन का रजिस्ट्रेशन आज 9 जून, 2025 से शुरू होने जा रहा है. 

क्या होता है सर्किल रेट? 

बता दें कि सर्किल रेट से मतलब किसी इलाके में प्रॉपर्टी के मिनिमम रेट से है, यानी कि इससे कम कीमत पर जमीन की खरीद-बिक्री नहीं की जा सकती है. सर्किल रेट के आधार पर ही रजिस्ट्रेशन के वक्त स्टांप ड्यूटी देनी पड़ती है. इंडियन एक्सप्रेस ने जिला मजिस्ट्रेट (अयोध्या) निखिल फुंडे के हवाले से अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी, पिछले साल अगस्त में हमारे प्रस्ताव पर मिली आपत्तियों पर विचार करने के बाद हमने सर्किल रेट को बढ़ाए जाने के फैसले को मंजूरी दे दी है. 

अयोध्या में आसमान छू रही प्रॉपर्टी की कीमत

अयोध्या में सर्किल रेट पिछले सात सालों से नहीं बढ़ाए गए हैं, जबकि 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से जमीन के लेन-देन में उछाल आया है. जमीन की कीमतें भी बढ़ी हैं. अनुमानित 2150 करोड़ में राम मंदिर बनाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश की सरकार ने अयोध्या के पुनर्विकास के लिए 85,000 करोड़ रुपये के निवेश का भी लक्ष्य रखा है. नतीजतन, यहां के रियल एस्टेट सेक्टर में जबरदस्त तेजी आई है. प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं.

साल 2019 के बाद से राम मंदिर के आसपास की जमीन की कीमतें 5-10 गुना बढ़ गई हैं. कुछ इलाके तो ऐसे हैं जहां प्रॉपर्टी 8,000-20,000 स्क्वॉयर फीट की रेट से बिक रही हैं. दूर-दराज के इलाकों में भी कीमतों में उछाल आया है. अब तो अयोध्या में बड़े-बड़े सेलेब्रिटीज भी जमीन खरीदने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमिताभ बच्चन ने राम मंदिर से 10 किलोमीटर दूर एक जमीन खरीदी है. यहां पहले भी उन्होंने एक जमीन खरीदी थी. 

क्या कहता है कानून? 

उत्तर प्रदेश स्टाम्प अधिनियम (मूल रूप से 1997 में पारित) में 2015 के संशोधन के अनुसार, प्रत्येक जिले का कलेक्टर हर साल अगस्त में जमीन की कीमतों में संशोधन कर सकता है. इस संशोधन में भूमि उपयोग, सिंचाई उपलब्धता, सड़कों, बाजारों, परिवहन केंद्रों, कारखानों, स्कूलों, अस्पतालों, सरकारी कार्यालयों से निकटता और जमीन शहर में है या गांव में जैसी बातों को ध्यान में रखा जाता है. अयोध्या उत्तर प्रदेश के उन 54 जिलों में से एक है, जहां सर्किल रेट को आखिरी बार 2017 में संशोधित किया गया था. 21 जिलों में दरों को 2023 में संशोधित किया गया था. 

इन इलाकों में सबसे ज्यादा सर्किल रेट

  • तिहुरा मांझा गांव में रियल एस्टेट कंपनी अरबिंदम लोढ़ा से लेकर बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने जमीन खरीदी है. यहां खेतिहर जमीनों का सर्किल रेट अगस्त 2017 से 11 लाख रुपये से लेकर 23 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक था. यह अब बढ़कर 33 लाख रुपये और 69 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर हो गया है. 
  • तिहुरा उपरहार के लिए सर्किल रेट 32-71 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 42-95 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है. 
  • शाहनवाजपुर माझा में सर्किल रेट 75-169 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 98-221 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है. 
  • बरहटा माझा में सर्किल रेट 75 लाख-169 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 98 लाख-221 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है. 
  • गंजा गांव में पुरानी दरें 28 लाख रुपये से 64 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर के बीच थीं. नई दरें 35 से 80 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर के बीच हैं. 

बता दें कि लगभग 1,800 एकड़ में टाउनशिप बनाने का प्रस्ताव रखने वाले उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने पिछले मार्च तक शाहनवाज पुर माझा, बरहटा मांझा और तिहुरा मांझा जैसे गांवों में लगभग 600 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है. 

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