Operation Sindoor: भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का बदला ले लिया है. भारत की तरफ से 7 मई बुधावार को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उनको ध्वस्त कर दिया गया है. भारतीय वायुसेना के मिसाइलों ने कोटली, बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और पंजाब प्रांत के 9 आतंकी ठिकानों और वहां मौजूद आतंकियों को अपना निशाना बनाया है. चलिए आपको बताते हैं कि किसी देश में घुसने के कितनी देर बाद रडार में आती हैं मिसाइल.
पाकिस्तान के पास मौजूदा रडारअगर किसी भी देश में मिसाइल से हमला किया जाता है तो रडार ही एक ऐसा उपकरण है जो किसी भी मिसाइल हमले की सूचना देता है, ताकि वहां वक्त पर मिसाइल रोकने के लिए कार्रवाई किया जा सके. भारत ने पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर हमला करने के लिए राफेल लड़ाकू विमान के अलावा स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर मिसाइल का इस्तेमाल किया था. भारत के पास आधुनिक हथियार होने के चलते पाकिस्तान की सीमा में घुसने की जरूरत ही नहीं पड़ी. भारत के मिसाइलों ने बार्डर की इस तरफ से ही पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों को खत्म कर दिया. एबीपी न्यूज से बात करते हुए डिफेंस एक्सपर्ट ने कहा कि पाकिस्तान के पास इतने आधुनिक किस्म के रडार नहीं है जो स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर मिसाइल को डिटेक्ट कर सकें.
दुनिया के सबसे तगड़े रडार की टाइमिंगइजरायल के पास मौजूद आयरन डोम में यूज होने वाला ELM-2084 Multi-Mission रडार दुश्मन के मिसाइलों के खतरे को कुछ ही मिलीसेकंड या कुछ सेकंड में पता कर लेता है. S-400 डिफेंस सिस्टम में भी कई ऐसे रडार हैं, जो मिसाइल हमले का कुछ सेकंड में पता लगा लेते हैं. दुनिया के कई ऐसे देश हैं जिनके पास मौजूद डिफेंस सिस्टम में अच्छे रडार हैं जो कुछ सेकंड में दुश्मनों के मिसाइल हमले और बाकी हमलों का पता लगा लेते हैं और उनको रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं. हालांकि, आपको बता दें कि अभी तक मिसाइल डिफेंस पूरी तरह सफल नहीं हुए हैं.
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