Medicinal Cannabis: गांजे या फिर भांग के सेवन को लेकर दुनियाभर के तमाम देशों में अलग-अलग नियम हैं, कुछ देशों में इसे पूरी तरह से लीगल रखा गया है तो कुछ देशों ने इस पर पूरी तरह पाबंदी लगाई है. इसे स्मोक करने वालों के भी अलग-अलग तर्क होते हैं, कुछ लोगों का ये भी दावा है कि गांजे का सेवन करने से उनकी तबीयत में सुधार देखने को मिला है. फिलहाल जंग में थके और घायल यूक्रेन के सैनिकों को गांजा दिए जाने को लेकर बहस छिड़ी हुई है. अब सवाल ये है कि क्या वाकई गांजा इलाज में मददगार साबित हो सकता है?


इस्तेमाल को लेकर चल रही बहस
बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में इसे लेकर विस्तार से जानकारी दी है. जिसमें बताया गया है कि गांजे का मेडिसिन के तौर पर इस्तेमाल करने को लेकर लगातार बातचीत चल रही है. यूक्रेन की रूस के साथ जंग में शामिल कई सैनिकों को गांजे के सेवन से मदद मिली है. इसने उनका ट्रॉमा खत्म करने में मदद की है और उन्हें नींद आने में भी आसानी हुई है. 


गांजे से मिलती है मदद?
रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के घायल सैनिकों को काफी मुश्किल इलाज से गुजरना होता है. इनका इलाज काफी दर्दनाक और हमेशा के लिए नासूर बनने की तरह होता है. ऐसे में डॉक्टरों का भी ये मानना है कि गांजे का इस्तेमाल इसमें मदद कर सकता है. इससे मरीजों को दर्द सहने में मदद मिलती है और उन्हें भूख भी अच्छी लगती है. 


क्या कहते हैं डॉक्टर?
बीबीसी की रिपोर्ट में यूक्रेन के एक डॉक्टर के हवाले से बताया गया है कि इसका इस्तेमाल करने के लिए उन्हें कानून कहीं न कहीं रोकता है. उन्होंने बताया कि पहली नजर में यही देखा गया है कि कहीं न कहीं इसका इस्तेमाल करके लोगों को मदद मिलती है, हालांकि इसकी पुष्टि करने के लिए क्लिनिकल रिसर्च करनी जरूरी है. उन्होंने कहा कि हम अपनी सेना और नागरिकों की मदद के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. फिलहाल यूक्रेन की संसद में गांजे के मेडिकल इस्तेमाल को लेकर बहस चल रही है और सांसदों की राय बंटी हुई है. 


ये भी पढ़ें - जल्दी क्यों मर रहे हैं इस देश के लोग? औसत उम्र हो रही है तेजी से कम