दिल्ली का पुराना किला दिल्ली का सबसे प्राचीन किला माना जाता है. ये किला ना केवल अपनी प्राचीनता के लिए जाना जाता है बल्कि एक महत्वपूर्ण घटना का भी साक्षी है. हुमायूं जिन्होंने मुगल साम्राज्य की नींव को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी. उनकी मृत्यु की कहानी भी इसी किले से जुड़ी है. चलिए जानते हैं कि हुमायूं की मौत कैसे हुई थी.
पुराने किले का इतिहास
हुमायूं, बाबर का पुत्र और मुगल साम्राज्य का दूसरा बादशाह था. 1530 में बाबर की मृत्यु के बाद हुमायूं ने गद्दी संभाली, लेकिन उसका शासन चुनौतियों से भरा रहा. शेरशाह सूरी से हारकर उसे 15 साल तक निर्वासन में रहना पड़ा. 1555 में हुमायूं ने दिल्ली पर दोबारा कब्जा किया और अपने प्रिय दीनापनाह किले में रहने लगा. यह किला, जिसे आज पुराना किला के नाम से जाना जाता है, हुमायूं ने 1533 में बनवाना शुरू किया था. लेकिन किसे पता था कि यही किला उनकी मृत्यु का कारण बनेगा.
कैसे हुई हुमायूं की मृत्यु
27 जनवरी 1556 की शाम को हुमायूं अपनी लाइब्रेरी में थे, जो दीनापनाह किले के शेर मंडल में स्थित थी. शेर मंडल एक ऊंची इमारत थी, जिसे हुमायूं ने खगोलशास्त्रीय अध्ययन और पुस्तकालय के लिए बनवाया था. इतिहासकारों के अनुसार, उस दिन हुमायूं नमाज के लिए जल्दी में थे. सूर्यास्त के समय जब वह सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे तभी उन्हें मस्जिद से अजान की आवाज सुनाई थी जल्दबाजी में अजान की आवाज सुनकर झुककर सजदे में बैठने की कोशिश की तभी उनका संतुलन बिगड़ा और वो सीढ़ियों से गिर गए. सीढ़ियों से गिरने के बाद उनके सिर और गर्दन में गंभीर चोटें आईं.
तीन दिन बाद हो गई हुमायूं की मौत
इस दुर्घटना के बाद हुमायूं को तुरंत चिकित्सा दी गई, लेकिन उनकी हालत बिगड़ती गई. तीन दिन बाद 30 जनवरी 1556 को केवल 47 वर्ष की आयु में हुमायूं का निधन हो गया. हुमायूं की मौत ने मुगल साम्राज्य को झकझोर कर रख दिया क्योंकि उस समय उनका पुत्र अकबर केवल 13 वर्ष का था. हुमायूं की पत्नी हमीदा बानो और दरबारियों ने अकबर को गद्दी सौंपने का फैसला किया, जिसने बाद में मुगल साम्राज्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. किले की संरचना
पुराना किला आज भी दिल्ली में खड़ा है और हुमायूं की इस दुखद कहानी को बयां करता है. उनकी कब्र, जिसे हुमायूं का मकबरा कहा जाता है. पुराना किला लगभग 2 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है. किले की दीवारें 18 मीटर ऊंची हैं. इसके अंदर दो प्रमुख द्वार हुमायूं गेट, तलाकी गेट और बड़ा दरवाजा है. किले के अंदर एक सुंदर झील भी है जो वर्तमान में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है.
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