उत्तर प्रदेश के मेरठ के उपनगर इस्लामाबाद के नाम को लेकर नया विवाद छिड़ता नज़र आ रहा है. भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज ने इस जगह का नाम बदलने की मांग की है. विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा के दौरान उन्होंने विधान परिषद में इस्लामाबाद का नाम बदलकर मातादिन वाल्मीकि के नाम पर रखने की माँग की. 

बीजेपी एमएलसी की इस मांग के बाद अब उत्तर प्रदेश की सियासत में नई बहस छिड़ गई है. धर्मेंद्र भारद्वाज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के समय पाकिस्तान से प्रेम के कारण मेरठ के इस उपनगर का नाम पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के नाम पर रखा गया था. लेकिन, अब यह नाम बदलकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मातादिन वाल्मीकि के सम्मान में रखा जाना चाहिए. 

बीजेपी एमएलसी ने की नाम बदलने की मांग

धर्मेंद्र भारद्वाज ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद से मेरठ के उपनगर इस्लामाबाद उन्हें पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से कनेक्ट करता है और वह पाकिस्तान से बिल्कुल भी कनेक्ट नहीं होना चाहते हैं. जिसके चलते उन्होंने विधान परिषद में विजन 2047 पर हो रही चर्चा के दौरान मेरठ के उपनगर इस्लामाबाद का नाम 1857 की क्रांति के प्रमुख नायक मातादीन वाल्मीकि के नाम पर रखने की मांग उठाई है. 

उन्होंने कहा कि भले ही उन्होंने अभी ये मुद्दा विधानपरिषद में रखा है. लेकिन, वो इसे लेकर चुप बैठने वाले नहीं है. अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो इसके लिए सड़क से सदन तक की लड़ाई जारी रखेंगे.

बीजेपी नेता ने सवाल उठाया कि मेरठ शहर का नाम का भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम का उद्गम स्थल माना जा है. ऐसे में मेरठ जैसे शहर के मोहल्ले का नाम इस्लामाबाद क्यों रखा गया? उन्होंने कहा कि मातादीन वाल्मीकि को 1857 के विद्रोह के नायकों में गिना जाता है. इस जगह का नाम उनके नाम पर ही होना चाहिए.  बता दें कि इस्लामाबाद मोहल्ला थाना लिसाड़ी गेट इलाके में आता है.  

UP Weather: यूपी में आज बारिश तो कहीं उमस भरी गर्मी करेगी परेशान, जानें- जन्माष्टमी पर कैसा रहेगा मौसम?