Colobopsis Explodens Ants: धुन की पक्की, लगन और मेहनत की प्रतीक मानी जाने वाली चींटियों की एक खास प्रजाति ऐसी है जो खुद अपनी जान दे देती है. ये जानकर आपको हैरत होगी कि अपने साथियों की रक्षा के लिए ये चीटियां अपनी जान देती हैं. 


खुद को धमाके से उड़ा लेती हैं


कोलोबोपसिस एक्सप्लोडेंस नाम की चींटियां अपने ऊपर किसी तरह के हमले के दौरान खुद के पेट में धमाका करके अपनी जान दे देती हैं. धमाके के बाद उनके शरीर से चिपचिपा पदार्थ निकलता है जिससे उनके आवास और अन्य साथियों की रक्षा होती है. यह पदार्थ जहरीला होता है. सभी चींटियां वैसे तो बहुत मेहनती और अनुशासित होती हैं लेकिन कोलोबोपसिस एक्सप्लोडेंस चीटियां अपने आप में मिसाल पेश करती हैं. इन चीटियों को कोलोबोपसिस एक्सप्लोडेंस भी इसीलिए कहा जाता है क्योकि ये खुद में विस्फोट करती हैं.


आम चीटियों से अलग हैं कोलोबोपसिस एक्सप्लोडेंस


ये चींटियां आम चींटियों से बहुत अलग होती है. ब्रेुनेई के कुआला बेलालॉन्ग फील्ड स्टडीज सेंटर के सामने स्थिति कई पेड़ों के पास कोलोबोपसिस चींटियों का घर है. इन चींटियों से विस्फोट के बाद निकलने वाले पदार्थ का रंग पीला सा होता है जो कि जहरीला होने के साथ ही चिपचिपा भी होता है.


चींटियों में होता है गज़ब का अनुशासन


चींटियों में गज़ब का अनुशासन होता है. ये अपने साथियों को लेकर भी बहुत गंभीर होती हैं. आपने अकसर देखा होगा कि ये एक लाइन बनाकर साथ-साथ चलती हैं. कई बार आपने इन्हें मिलकर किसी चीज को एक साथ ले जाते हुए भी देखा होगा. चींटियां जब चलती हैं तो फेरोमोन्स नाम का पदार्थ छोड़ती जाती हैं. इसका अनुसरण करते हुए बाकी की साथी चींटियां भी चलती है. आपको जानकर हैरत होगी कि चींटियों में रानी चीटी और मजदूर चींटी भी होती हैं.


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