Indian Army In Bhutan: भारत दुनिया के 7 देश के साथ अपनी सीमा साझा करता है. जिनमें एक देश भूटान भी है. भूटान भारत के पूर्वोत्तर में है. भूटान की सीमा भारत के असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल से मिलती है. इसकी कुल लंबाई की बात की जाए को यह 699 किलोमीटर लंबी है. आपको बता दें भूटान से भारते के संबंध काफी अच्छे हैं.

इतना ही नहीं भूटान में इंडियन आर्मी भी मौजूद रहती है. लेकिन आपको सोचा है ऐसा क्यों है. आपको बता दें भूटान और भारत के बीच एक समझौता है. जिसके तहत भारत की सेना भूटान की सुरक्षा में तैनात रहती है. जानिए क्या है इसके पीछे का कारण. किस देश से हैं भूटान को सबसे ज्यादा खतरा.   

भूटान की सुरक्षा में क्यों तैनात इंडियन आर्मी?

भूटान दुनिया के उन देशों में से है. जिसके पास खुदकी की वायुसेना और नौसेना नहीं है. यही वजह है कि  भारतीय सेना भूटान की सेना की सुरक्षा में लगी रहती है. वैश्विक राजनीति के लिहाज से भूटान भारत के लिए बहुत जरूरी है. भूटान भले ही हिमालय में स्थित एक छोटा देश हो.

लेकिन यह राजनीतिक कारणों से भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण देश है. आपको बता दें साल 1949 की भारत और भूटान संधि के तहत दोनों देशों ने एक-दूसरे की सार्वभौमिकता और सुरक्षा का सम्मान करने का वादा किया था. और इस समझौते के तहत आज भी इंडियन आर्मी भूटान की सुरक्षा में तैनात है. 

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भूटान के लिए सबसे बड़ा खतरा चीन

जिस तरह भारत के लिए पाकिस्तान खतरा है. उसी तरह भूटान के लिए चीन खतरा है. भूटान चीन के  साल 499 किलो मीटर की सीमा शेयर करता है. डोकलाम विवाद में दोनों ही देश सामने आते हैं. डोकलाम के इलाकों पर भी चीन का कब्जा है. जबकि डोकलाम के ज्यादातर इलाकों को भूटान अपना हिस्सा बताता है. यही वजह है कि डोकलाम जब चीन ने सड़क बनाना शुरू किया. तो भारतीय सेना ने उसका निर्माण रोक दिया था.      

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आपको बता दें डोकलाम भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि अगर चीन का यहां कब्जा हो गया तो फिर चीन सिलिगुड़ी कॉरिडोर के लिए इसका इस्तेमाल कर सकता है. इस क्षेत्र का चिकन नेक कहा जाता है. यह इलाका नार्थ-ईस्ट के इलाकों को भारत से जोड़ता है. 

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