बंटवारे से पहले पाकिस्तान भारत का ही हिस्सा था. यही वजह है कि यहां और वहां के लोगों में काफी ज्यादा समानता है. खासतौर से अगर हम खाने पीने की चीजों की बात करें तो इस मामले में भारत और पाकिस्तान में सबसे ज्यादा समानता नजर आती है. चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि आखिर पाकिस्तान में गोलगप्पे कैसे मिलते हैं और वहां के गोलगप्पे भारत से कितने अलग होते हैं. इसके अलावा आपको ये भी बताएंगे कि क्या पाकिस्तान में भारत की तरह गोलगप्पों के साथ पापड़ी भी मिलती है.

कैसे मिलते हैं पाकिस्तान में गोलगप्पे

भारत में अलग-अलग राज्यों में गोलगप्पे को अलग-अलग नाम से जानते हैं. जैसे बिहार और झारखंड के लोग इसे गुपचुप के नाम से जानते हैं. कानपुर के आसपास के लोग इसे बताशे के नाम से जानते हैं. वहीं दिल्ली के आसपास के लोग इसे पानीपुरी के नाम से जानते हैं. जबकि, बनारस के आसपास के लोग इसे फुल्की के रूप में जानते हैं. हालांकि, पाकिस्तान में इसे गोलगप्पा ही कहते हैं. ऐसा नाम उसके शेप की वजह से पड़ा है. पाकिस्तान में जो गोलगप्पे बनाए जाते हैं, उनका आकार तो भारत के गोलगप्पे जैसा ही होता है, लेकिन उसके अंदर मटर की फिलिंग होती है. इसके अलावा वहां गोलगप्पे के पानी में इमली का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं. भारत की तरह वहां भी गोलगप्पा खाने के बाद पापड़ी फ्री में देते हैं.

पाकिस्तान में कितने के मिलते हैं गोलगप्पे

भारत में अलग-अलग जगहों पर गोलगप्पे के दाम अलग-अलग हैं. लेकिन सड़कों पर बिकने वाले आम गोलगप्पे के दाम की बात करें तो वो 10 के तीन या चार हैं. जबकि पाकिस्तान में गोलगप्पों की बात करें तो वहां के कराची गोलगप्पे एंड चाट वाले के अनुसार, 100 रुपये के 12 पीस मिलते हैं. हालांकि, अगर आप वहां के किसी बड़े रेस्टोरेंट में गोलगप्पा खाते हैं तो इसके लिए आपको लगभग एक हजार रुपये चुकाने पड़ सकते हैं.

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