Ebix Inc Bankruptcy: दिग्गज कारोबारी रॉबिन रैना (Robin Raina) के नेतृत्व वाली फिनटेक फर्म एबिक्स इंक (Ebix Inc) दिवालिया होने की कगार पर आ गई है. कंपनी ने लोन डिफॉल्ट करने के बाद अमेरिका में टेक्सास की एक अदालत में दिवालियापन के लिए याचिका दायर कर दी है. इसके बाद कंपनी की भारतीय यूनिट एबिक्सकैश (Ebix Cash) मुसीबतों में फंस गई है. कंपनी ने हाल ही में आईपीओ लाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास आवेदन दिया था. पैरेंट कंपनी के दिवालिया होने से एबिक्सकैश का आईपीओ अधर में लटक सकता है. रॉबिन रैना ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है. 


नैस्डेक स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है एबिक्स इंक 


एबिक्स इंक अमेरिका के नैस्डेक (NASDAQ) स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है. इसका कोई प्रमोटर नहीं है. न ही कंपनी को कंट्रोल करने लायक इक्विटी किसी के पास है. रॉबिन रैना, ब्लैकरॉक और वैनगार्ड ग्रुप इसके सबसे बड़े शेयरहोल्डर्स हैं. रॉबिन रैना कंपनी के चेयरमैन, प्रेसिडेंट और सीईओ हैं. 


भारतीय कंपनी पर कैसे पड़ेगा असर


भारत में काम कर रही एबिक्स कैश इसकी स्टेप-डाउन सहायक कंपनी है. एबिक्स इंक ने पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी एबिक्स सिंगापुर खोली हुई है. सिंगापुर की यह कंपनी भारतीय कंपनी एबिक्स कैश में 100 फीसदी हिस्सेदारी रखती है. इस वजह से भारतीय कंपनी सीधा अमरीकी कंपनी से नहीं जुड़ी है. मगर, उस पर पड़ने वाले प्रभाव का पूरा असर भारतीय कंपनी एबिक्स कैश पर पड़ सकता है. 


दिवालियापन कार्रवाई में फंस सकती है एबिक्स सिंगापुर


बिजनेस टुडे की रिपोर्ट में आशंका जताई गई है. एबिक्स इंक अगर दिवालिया होती है तो उसका सीधा असर एबिक्स सिंगापुर पर पड़ेगा. धीरे-धीरे इसका बुरा असर भारतीय कंपनी एबिक्स कैश पर पड़ने लगेगा. एबिक्स और एबिक्स कैश ब्रांड एबिक्स इंक के स्वामित्व में हैं. इनका इस्तेमाल एबिक्स कैश इंडिया द्वारा किया जाता है.


एबिक्स कैश पर नहीं है कोई कर्ज 


इस पूरी कार्रवाई में सबसे राहत की बात यह है कि भारतीय कंपनी एबिक्स कैश लिमिटेड पर कोई कर्ज नहीं है. हालांकि, इसने भारत में दूसरी कंपनियों के अधिग्रहण के लिए अपनी मूल कंपनी से 35 करोड़ डॉलर कर्ज लिया है. इसे चुकाने के लिए वह आईपीओ लाना चाह रही थी.


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