इंसानों को जीवों की बहुत-सी प्रजातियों के बारे में जानकारी है, इन्हे हम अक्सर ही देखते रहते हैं, लेकिन कुछ प्रजातियां बहुत कम देखने को मिलती है. यहां तक कि कुछ प्रजातियां तो ऐसी भी हैं जिनसे अभी तक इंसानों का सामना भी नहीं हुआ है. जीवों की कुछ सामान्य प्रजातियां हमारे दैनिक जीवन में दिखती है, लेकिन कुछ ऐसी प्रजातियां भी होती है जिन्हें हम अपनी आंखों से नहीं देख पाते. आइए, हम आपको एक ऐसे जीव के बारे में बताते हैं जो जादू की तरह लगता है. यह जीव अपने शरीर को बदलने में केवल कुछ क्षणों का समय लगाता है, देखते ही देखते ये आपकी आंखों से ओंझल हो जायेगा.


पारदर्शी होने वाला मेंढक


यह खास जीव "ग्लास फ्रॉग" है. इसके पास स्वाभाविक रूप से ऐसी कला है कि यह अपने शरीर को ऐसे बना लेता है जैसे कि वह एक शीशे की तरह पारदर्शी हो. इसी कारण इसे "ग्लास फ्रॉग" कहा जाता है. यह जीव बहुत ही नाजुक और छोटा दिखता है, लेकिन इसकी साहसिकता बेहद प्रभावशाली होती है.


विज्ञानियों के अनुसार, "ग्लास फ्रॉग" की कुल 156 प्रजातियां होती हैं. सबसे छोटी प्रजाति की लंबाई 0.78 इंच होती है, जबकि सबसे बड़ी प्रजाति की लंबाई 3 इंच तक हो सकती है. आमतौर पर इनके शरीर का रंग हरा होता है, लेकिन जब खतरा आता है, तो यह अपने शरीर को पारदर्शी बना लेते हैं. कुछ "ग्लास फ्रॉग" के शरीर पर काले, सफेद, नीले और हरे रंग के स्पॉट भी होते हैं.


दिल की धड़कन तक साफ आती है नजर


वैज्ञानिकों के अनुसार, "ग्लास फ्रॉग" अपने शरीर को पारदर्शी बनाने का काम शिकारियों से खुद को बचाने के लिए करता है. यह जीव पौधों में खुद को छिपाने में बहुत माहिर होता है, जिससे कोई उसे पहचान नहीं पाता. जब यह अपने शरीर को पारदर्शी बना लेता है, तो उसके शरीर के सभी अंग दिखाई देते हैं, और यहां तक कि उसके दिल की धड़कन भी साफ-साफ देखी जा सकती है.




माना जाता है दुनिया का सबसे अच्छा पिता


इस "ग्लास फ्रॉग" को दुनिया का सबसे अच्छा पिता माना जाता है. इसका कारण यह है कि यह जीव अपने अंडों की सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा देता है, और इस प्रकार अपने अंडों को सुरक्षित रखता है. "नेशनल ज्योग्राफिक" की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस "ग्लास फ्रॉग" की ज्यादातर प्रजातियां दक्षिणी मेक्सिको, सेंट्रल और दक्षिणी अमेरिका में पाई जाती हैं, और इन्हें गरम जगहों में रहना पसंद होता है.


खून से हटा लेता है रेड ब्लड सेल्स


"साइंस जर्नल" में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, "ग्लास फ्रॉग" अपने पारदर्शी शरीर को बनाने के लिए अपने खून के बहाव से करीब 90 फीसदी रेड ब्लड सेल्स को हटा देता है और इसे अपने लिवर में संग्रहित कर लेता है. यही वजह है कि इसका शरीर ट्रांसपैरेंट हो जाता है.


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