Delhi CM House: दिल्ली के सीएम पद की सपथ लेने से पहले शालीमार बाग से बीजेपी विधायक रेखा गुप्ता ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने शीश महल को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में बने शीशमहल को म्यूजियम बनाएंगे. दिल्ली का शीश महल चुनाव के दौरान एक बड़ा मुद्दा रहा. भारतीय जनता पार्टी ने लगातार शीश महल के मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को कटघरे में खड़ा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की रैलियों में जनता के सामने शीशमहल के मुद्दे को जोरों शोरों से रखा. 

राजनीति के जानकारों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार में शीशा महल भी एक बड़ा मुद्दा रहा. दिल्ली की नई सीएम रेखा गुप्ता ने फिर एक बार शीश महल के जिन्न को बाहर निकाल दिया है. जिसमें उन्होंने साफ किया कि इसे म्यूजियम बनाया जाएगा.

चलिए आपको बताते हैं कि कैसे बनेगा दिल्ली के सीएम का शीश महल म्यूजियम...

कैसे बनते हैं सरकारी आवास म्यूजियमकिसी भी राज्य सरकार या केंद्र सरकार के पास यह अधिकार होता है कि वह किसी भी सरकारी आवास को म्यूजियम बना सकती है. इस तरह के फैसले लेने का अधिकार संस्कृति मंत्रालय, शहरी विकास विभाग, राज्य सरकार या केंद्र सरकार के पास होता है. सरकार अगर किसी जगह को म्यूजियम बनाना चाहती है तो उसको मंजूरी के लिए कैबिनेट या संबंधित मंत्रालय के पास भेजा जाता है. एक बार मंजूरी हो जाती है तो उसको म्यूजियम में बदलने के लिए उस इमारत की जांच की जाती है कि इमारत को संरक्षित रखा जाए या उसमें बदलाव किए जाएं. उस आवास का रिनोवेशन किया जाता है, ताकि उसको म्यूजियम का आकार दिया जा सके. 

होते हैं कई बदलाव 

आवास को म्यूजियम में बदलने के लिए उस आवास से जुड़े तमाम फोटो और दस्तावेजों को इकठ्ठा किया जाता है, ताकि उसके बारे में लोगों को जानकारी दी जा सके. टिकटिंग, सुरक्षा, रखरखाव और विजिटर गाइड की व्यवस्था की जाती है. इस तरह किसी आवास को म्यूजियम बनाया जाता है. बीजेपी इसे म्यूजियम इसलिए भी बनाना चाहती है, क्योंकि लोग जितनी बार भी इसे देखेंगे उनके मन में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की वही इमेज बनेगी, जो बीजेपी ने चुनावों में दिखाने की कोशिश की थी. 

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