क्या आप इंसान के मरने के बाद उसके जिंदा होने की कल्पना कर सकते हैं? यदि नहीं तो बता दें कि कई लोग इसकी कल्पना लिए बैठे हैं. जिसकी आस में वो अमेरिका की एक लैब में अपने परिजनों के शव रखवाना चाहते हैं. दरअसल अमेरिका की एक लैब में पिछले 50 सालों से मृत लोगों के शवों को संरक्षित किया जा रहा है. जहां लोगों को अपने मृत परिजनों के वापस जिंदा होने की आस है, लेकिन क्योें और कैसे चलिए जानते हैं.


क्यों अमेरिका की एक लैब में संरक्षित किए जा रहे लोगों के शव
क्या आप जानते हैं कि अमेरिका की एक लैब में लोगों के शवों को संरक्षित करने के लिए क्रायोनिक्स नाम की एक पद्धति अपनाई गई है. जिसके लिए लोगों के शवों को वैज्ञानिक तौर-तरीकों से सरंक्षित रखा जा रहा है. अमेरिका में लोग मरने से पहले ही अपने मृत शरीरों के लिए एक खास प्रयोगशाला में बुकिंग करा रहे हैं, ताकि उनके मृत शरीर सुरक्षित रखे जा सकें. इस लैब में 50 से ज्यादा शव रखे हुए हैं, इनकी संख्या बढ़ती जा रही है.


कैसे रखे जाते हैं शव
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन शवों को संरक्षित रखा कैसे जाता है. तो बता दें कि इस प्रक्रिया में मानव शरीर को बर्फ की तरह जमा कर उस समय तक रखने का प्रावधान है जब उन्नत तकनीक से लोगों का जीवन फिर से लौटाया जा सकेगा. बता दें कि अमेरिका के एरिजोना प्रांत के स्कॉट्सडेल प्रयोगशाला में मानवशरीर और उनके अंगों को सुरक्षित रखा जा रहा है. इसके लिए ग्राहक लगातार बढ़ रहे हैं. इस तरह ये उद्योग का रूप ले रहा है. इस प्रक्रिया मेें मौत के बाद जल्दी से जल्दी संरक्षित करना होता है. वैज्ञानिकों का मकसद इस प्रक्रिया में मृत की हर कोशिका को सुरक्षित रखना होता है. इसके लिए -196 डिग्री सेंटीग्रेड रखा जाता है.               


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