Bihar Election Result 2025: 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 202 सीटों के साथ एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है. वहीं महागठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर ही सिमट गया. इस नई सरकार के गठन के बाद लोगों के मन में एक  सवाल उठ रहा है कि जीतने के बाद विधायकों को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाती हैं. तो आइए जानते हैं क्या है इस सवाल का जवाब.

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शपथ ग्रहण के बाद वेतन संरचना 

हर राज्य अपनी विधानसभा के जरिए से अपने विधायकों का वेतन तय करता है. इस वजह से पूरे भारत में यह राशि अलग-अलग होती है. अगर बिहार की बात करें तो एक विधायक को लगभग ₹50,000 का मूल मासिक वेतन मिलता है. वहीं उत्तर प्रदेश में मूल वेतन ₹35,000 है और तेलंगाना में लगभग ₹20,000. इस मूल वेतन में जब भत्ते जोड़ दिए जाते हैं तब विधायकों की वास्तविक आय काफी ज्यादा हो जाती है.

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निर्वाचन क्षेत्र भत्ता और उसका महत्व 

विधायकों को निर्वाचन क्षेत्र भत्ता भी दिया जाता है. यह कई राज्यों में उनके मूल वेतन से भी ज्यादा होता है. यह भत्ता सार्वजनिक कार्यों के प्रबंधन, नागरिकों से मिलने, निर्वाचन क्षेत्र में यात्रा करने और स्थानीय कार्यालय के रखरखाव के खर्चों को पूरा करने के लिए दिया जाता है. 

आधिकारिक आवास और आवासीय विशेषाधिकार

विधायक के शपथ ग्रहण करने के बाद उन्हें सरकारी आवास दिया जाता है. यह आमतौर पर राज्य विधानसभा या फिर सचिवालय के पास एक विधायक आवास, फ्लैट या फिर बांग्ला होता है. यदि वे सरकारी आवास का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो उन्हें इसके बदले आवास भत्ता दिया जा सकता है. इन आवासों का पूरी तरह से रखरखाव सरकार द्वारा किया जाता है जिस वजह से निर्वाचित प्रतिनिधि पर वित्तीय बोझ कम होता है.

दैनिक और यात्रा भत्ते 

विधायकों को विधानसभा सत्र, समिति बैठक और आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए दैनिक भत्ते दिए जाते हैं. इन सब के अलावा उन्हें उदार यात्रा भत्ते भी मिलते हैं. इनमें अक्सर भारत भर में मुफ्त रेल यात्रा शामिल होती है जो कभी-कभी परिवार के कुछ सदस्यों को भी दी जाती है. 

चिकित्सा और कार्यालय संबंधी फायदे 

विधायक और उनके परिवार सरकारी अस्पताल और कई राज्यों में सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में भी मुफ्त इलाज के हकदार हैं. विधायकों को कार्यालय खर्च, टेलीफोन बिल, कर्मचारियों के वेतन और यहां तक की विधानसभा परिसर में जिम या फिर क्लब की सुविधाओं के लिए भी भत्ते दिए जाते हैं. 

कार्यकाल पूरा होने के बाद पेंशन 

एक सबसे बड़ा फायदा आजीवन पेंशन है. एक विधायक सिर्फ एक पूर्ण कार्यकाल पूरा करने पर भी पेंशन के लिए पात्र हो जाता है. राज्य अपनी पेंशन राशि खुद निर्धारित करते हैं और यदि विधायक ने कई कार्यकाल पूरे कर लिए हो तो पेंशन बढ़ जाती है. 

कब शुरू होते हैं लाभ 

यह सभी फायदे चुनाव परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद शुरू नहीं होते. कानूनी तौर पर विधानसभा के अंदर आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के बाद ही इन सुविधाओं को शुरू किया जाता है. जैसे ही शपथ ग्रहण समारोह पूरा हो जाता है एक निर्वाचित विधायक को आधिकारिक तौर पर वेतन, भत्ते, आवास और सभी संबंधित लाभ मिलने शुरू हो जाते हैं.

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