आज शहरों में मकान ऐसे बनते जा रहे हैं कि एक घर के चारों ओर कई ऊंची–ऊंची इमारतें खड़ी हो जाती हैं. ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल बार-बार आता है कि जब मेरे घर पर धूप पूरी नहीं आती या तीन तरफ से पूरी तरह हाईराइज बिल्डिंग हैं तो क्या सोलर पैनल लगवाने से कोई फायदा भी होगा?

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अगर आपके मन में भी यही चिंता है, तो  आज की आधुनिक सोलर टेक्नोलॉजी में शेड कोई बड़ी समस्या नहीं रही है. नई तकनीकें, उन्नत पैनल और स्मार्ट इन्वर्टर ऐसे घरों में भी अच्छा बिजली प्रोडक्शन दे देते हैं जहां धूप सीमित हो या कुछ समय के लिए आसपास की इमारतें शेड डालती हों. चलिए जानते हैं कि अगर मकान तीन तरफ से हाईराइज से घिरा है तो सोलर पैनल लगवाने से क्या फायदा होगा? 

सोलर पैनल शेड में भी कैसे काम करते हैं?

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आज के सोलर पैनल पहले के मुकाबले काफी स्मार्ट और एडवांस्ड हो गए हैं. खासकर हाफ कट मोनोक्रिस्टलाइन, बायफेशियल, माइक्रो इन्वर्टर और पावर ऑप्टिमाइजर जैसी टेक्नॉलॉजी शेड की समस्या को काफी हद तक कम कर देती है.  मतलब अगर आपके घर पर रोज 4–5 घंटे भी धूप आती है तो सोलर पैनल अच्छी मात्रा में बिजली बना लेते हैं और आपके बिजली बिल को काफी हद तक कम कर देते हैं.

तीन तरफ हाईराइज होने के बाद भी सोलर लगाने के फायदे

1.  बिजली का बिल 30 से 70 प्रतिशत तक कम हो सकता है: भले ही आपके पैनलों पर पूरे दिन धूप न पड़े, लेकिन सुबह, दोपहर, या शाम को जो भी धूप मिलती है, उससे अच्छी-खासी बिजली बनती है. यह बिजली सीधी आपकी खपत को कम करती है और आपका मासिक बिल काफी घट जाता है. कई लोग पार्शियल  शेड में भी साल भर में हजारों रुपये बचा लेते हैं. 

2. एनर्जी फ्रीडम और ग्रिड पर निर्भरता कम: बिजली की बढ़ती कीमतों और लगातार आने वाले पावर कट से परेशान लोगों के लिए यह एक राहत है. सोलर लगाते ही आप कम से कम कुछ घंटों के लिए ग्रिड से स्वतंत्र हो जाते हैं. अगर आप ऑफ-ग्रिड या हाइब्रिड सिस्टम लगाते हैं तो बैटरी में बिजली स्टोर करके रात में भी यूज कर सकते हैं.

3. प्रॉपर्टी के प्राइज में इजाफा: आजकल लोग ऐसे घर ढूंढ़ते हैं जहां पहले से सोलर सिस्टम लगा हो. अगर आपका घर पहले से सोलर पावर से लैस है तो फ्यूचर में उसकी कीमत बढ़ जाती है. खरीदार इसे एक एनर्जी सेविंग प्लस पॉइंट मानते हैं.

4. पर्यावरण को फायदा: सोलर एनर्जी 100 प्रतिशत साफ एनर्जी है. आप जितनी बिजली खुद बनाएंगे, उतनी कोयला आधारित बिजली का यूज कम होगा. इससे पर्यावरण काफी हद तक सुरक्षित रहता है, खासकर बड़े शहरों में जहां प्रदूषण पहले से ही ज्यादा है. 

5. कम रखरखाव: सोलर पैनल में किसी तरह का घिसाव नहीं होता है. इनकी लाइफ लगभग 25 साल होती है और इन्हें केवल समय-समय पर साफ करने की जरूरत पड़ती है. शेड वाले इलाकों में भी रखरखाव बहुत कम होता है.

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