दिल्ली में हाल ही में नकली मसाला बनाते कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये लोग सड़े चावल, नारियल और एसिड से बड़ी मात्रा में नकली मसाला बना रहे थे. इन लोगों से लगभग 15 टन नकली मसाला और बनाने का सामान जब्त किया गया है. ये मसाला दिखने में हमारे द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मसालों की तरह ही दिख रहा था. ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर असली और नकली मसाले की पहचान की कैसे जाए. तो चलिए आज हम इस स्टोरी में यही जानते हैं.


कैसे की जाए असली और नकली मसाले की पहचान?


भारतीय किचन में जब सब्जी का तड़का दिया जाता है तो उसकी खुशबू बाहर तक जाती है. ये तब होता है जब आप शुद्ध चीजों का इस्तेमाल कर खाना पका रहे हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर पता कैसे लगाया जाए कि क्यो शुद्ध है और क्या शुद्ध नहीं है. तो असली और नकली मसालों की आसानी से पहचान के लिए हमारे पास कुछ बेहतरीन ट्रिक्स हैं.


लाला मिर्च


देसी खाने में लाल मिर्च का स्वाद न हो तो खाना अधुरा ही रह जाता है. आजकल लाल मिर्च को कपड़ों की डाई कलर, लाल ईंट या कबेलू को बारीक पीसकर बनाया जा रही है. इसकी पहचान के लिए पानी में लाल मिर्च पाउडर डालकर देख सकते हैं. इस बीच यदि पाउडर पानी पर तैरता है तो ये असली है. अगर लाल मिर्च पाउडर  पानी में घुल जाये या डूब जाये तो समझ जायें कि इसमें मिलावट की गई है.


धनिया पाउडर


धनिया पाउडर किसी भी व्यंजन में स्वाद बढ़ाने का काम करता है. आजकल नकली धनिया पाउडर को पशुओं का मल, भूसा और यहां तक कि खरपतवार को भी बारीक पीसकर बनाया जा रहा है. इतना ही नहीं, कई लोग आटे की भुसी को भी हरा रंगकर मिलाकर देते हैं. इसकी पहचान आसान है. धनिया की खूशबू तेज होती है. यदि इसमें से कोई खूशबू न आये या कुछ जंगली पौधों की खुशबू आये तो समझ जायें कि धनिया पाउडर में मिलावट है.


दाल चीनी


दाल चीनी पेड़ की छाल होती है. हालांकि इसे भी अमरूक की छाल को काटकर नकली बनाया जा रहा है. अब यदि दालचीनी की पहचान करनी है तो दालचीनी के कुछ टुकड़े लेकर अपने हाथ पर रगड़कर देखें. अगर दालचीनी से लाल या भूरा रंग निकलता है तो समझ जायें कि ये असली दालचीनी है, क्योंकि नकली दूसरे पेड़ों की छाल काफी कठोर होती है.


काली मिर्च


काली मिर्च में पपीते के बीज मिलाकर बेचा जा रहा है. इस तरह मुनाफाखोर इससे भी मुनाफा कमा रहे हैं. इसकी जांच के लिए काली मिर्च को पानी या शराब में मिलाकर देख सकते हैं. पपीते के बीज (Papaya Seeds) हल्के होते हैं जो पानी में तैरते रहते हैं, लेकिन काली मिर्च (Clack Pepper) सीधा पानी में डूब जाती है.  


जीरा


जीरा किसी भी व्यजंन में चार चांद लगा देता है. ऐसे में ये असली है या नहीं इसकी पहचान बहुत ही आसान है. इसके लिए आपको जीरा दो उंगलियों की बीच में रगड़कर देखना है. यदि जीरा मिलावटी है तो आपकी उंगलियां काली हो जाएंगी. यदि ये असली होगा तो आपकी उंगलियों को काला नहीं करेगा.


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