दुनिया में जब भी लग्जरी कारों की बात होती है, तो उसमें रोल्स रॉयस कंपनी का नाम टॉप 5 में लिया जाता है. रोल्स रॉयस ने दुनियाभर में कई लग्जरी गाड़ियां बनाई है. दुनिया के अधिकांश अमीरों के पास रोल्स रॉयल मौजूद है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस कार की खासियत क्या होती है. आज हम आपको बताएंगे कि रोल्स रॉयल कार की खासियत क्या है और इसके सीट में किस क्वालिटी के लैदर का प्रयोग किया जाता है.  


रोल्स रॉयस कार की खासियत


रोल्स रॉयस कार की खास बात ये है कि उसे खरीदने वाला अपनी मर्जी के मुताबिक कस्टमाइज्ड करवा सकता है. इतना ही नहीं जो डिजाइन कस्टमर चाहता है, उस अंदाज में कार का डिजाइन बदला जा सकता है. आप अगर अपनी कार को आर्टिस्टिक चाहते हैं, तो वैसा अंदाज दे सकते हैं. आसान भाषा में कहे तो रॉल्स रॉयस कार को आप अपने मुताबिक डिजाइन करवा सकते हैं. इस कार में सोने का पॉलिश भी करवा सकते हैं. 


इस जानवर का चमड़ा 


रोल्स रॉयस कार को बनाने के लिए सबसे अच्छी सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि सबसे पहले सिर्फ बैल ना की गाय के लेदर का इस्तेमाल किया जाता है. इसके पीछे का कारण है की बछड़ों को जन्म देते वक़्त गाय के चमड़े पर स्ट्रेच मार्क्स आ जाते हैं और रोल्स इस वजह से इसे इस्तेमाल नहीं करती है. इसलिए सिर्फ बैल के लेदर का इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि एक कार के इंटीरियर का काम करने में कुल 17 दीं लगते हैं और इसमें 11 बैलों के चमड़े का इस्तेमाल होता है. 


एक खास कार


रोल्स रॉयस कंपनी ने पहली बार वर्ष 2018 में बिलेनियर एडिशन के रूप में एक कार को लांच किया था. बता दें कि कंपनी ने इसे रोल्स-रॉयस कलिनन नाम दिया था. कंपनी का दावा था कि इसे केवल बिलेनियर लोगों को ध्यान में रखकर ही बनाया गया है. यह कार केवल एक एडिशन में उपलब्ध है. रोल्स रॉयस कलिनन वी12 कार भारतीय बाजार में भी उपलब्ध है. बता दें कि इस कार की सीटें घड़ियाल के चमड़े से बनी है. सीट के अलावा इंस्ट्रूमेंट पैनल डैशबोर्ड पर भी घड़ियाल के चमड़े का इस्तेमाल किया गया है. वहीं इस कार की लंबाई 5341 मिली मीटर ऊंचाई 1834 और चौड़ाई 2164 मिलीमीटर है. इसमें कुल 560 लीटर का बूट स्पेस मिलता है. 


 


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