पोप फ्रांसिस की तबीयत बिगड़ने के कारण उनके इस्तीफे को लेकर चर्चा तेज हो गई है. बता दें कि 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस अभी स्वास्थ्य संबंधी गंभीर दिक्कतों से जूझ रहे हैं और वो डॉक्टरों की निगरानी में हैं. अब सवाल ये है कि इस पद से अगर वो इस्तीफा देते हैं, तो इस पद पर चुनाव कैसे होगा? आज हम आपको बताएंगे कि पोप का चुनाव कैसे होता है. 

क्या है मामला?

बता दें कि पोप फ्रांसिस की तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें रोम के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक उन्हें निमोनिया हुआ है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है. वहीं इस उम्र में उनकी तबीयत को देखते हुए ये भी अटकलें लग रही हैं कि क्या वह अपने पद से इस्तीफा देंगे? आज हम आपको बताएंगे कि पोप का चुनाव कैसे होता है और वो इस्तीफा कैसे देते हैं. 

कैसे छोड़ सकते हैं पद?

बता दें कि पोप यानी रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख होते हैं. वहीं इस पद से इस्तीफा देने की प्रक्रिया को “रेन्यूंसिएशन” कहा जाता है. नियमों के मुताबिक पोप को अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय स्वेच्छा से लेना होता है. बीते इतिहास में देखा गया है कि पोप ने यह निर्णय आमतौर पर स्वास्थ्य, उम्र, या अन्य व्यक्तिगत कारणों से लिया है. अब सवाल ये है कि आखिर पोप अपने पद से इस्तीफा कैसे देते हैं? जानकारी के मुताबिक पोप को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए औपचारिक घोषणा करनी होती है. इसके लिए पोप को लिखित घोषणा करनी होती है. वहीं इसे कैनन लॉ यानी चर्च के कानून के अनुसार तैयार किया जाता है. इस लिखित घोषणा में पोप अपने इस्तीफे का कारण और तारीख स्पष्ट रूप से बताते हैं. 

कैसे होता है नए पोप का चुनाव

अब सवाल ये है कि इस्तीफे के बाद नए पोप का चुनाव कैसे होता है? बता दें कि पोप के इस्तीफे के बाद कार्डिनल्स की एक बैठक बुलाई जाती है, जहां नए पोप का चुनाव किया जाता है. अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि कार्डिनल्स कौन होते हैं? बता दें कि कार्डिनल्स कैथोलिक चर्च के सबसे उच्चतम रैंक वाले पादरी होते हैं. ये पोप के सबसे करीबी सलाहकार और चर्च के प्रशासन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. बता दें कि इन्हें चर्च का राजकुमार कहा जाता है. इसके अलावा ये दुनियाभर में धार्मिक आयोजनों में भी हिस्सा लेते हैं. कार्डिनल्स बनने के बाद उन्हें खास लाल रंग की टोपी दी जाती है, जिसे बिरेटा कहा जाता है. ये उनके बलिदान और निष्ठा का प्रतीक होता है. जानकारी के मुताबिक दुनियाभर में 230 कार्डिनल्स हैं.

कहां होता है वोटिंग?

बता दें कि नए पोप के लिए वोटिंग वेटिकन सिटी के सिस्टीन चैपल में होती है. वहीं वोटिंग के दौरान  80 वर्ष से कम आयु के कार्डिनल्स को वोट देने का अधिकार होता है. वोटिंग और बैठक की पूरी प्रकिया गुप्त रखी जाती है, इस दौरान कार्डिनल्स को बाहरी दुनिया से संपर्क की अनुमति नहीं होती है. 

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