IAF Flying Coffin: एक और मिग-21 (MiG-21) के क्रैश (Crash) होने के साथ ही दो पायलटों (Pilots) की मौत होने की खबर आई. इस खबर ने वायुसेना (Air Force) के मिग-21 पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं क्योंकि ये वायुसेना का उड़ता ताबूत (Flying Coffin) बन गया है. ये फाइटर जेट (Fighter Jet) जब से सेना के बेड़े में शामिल हुआ है तब से लेकर अब तक 200 से ज्यादा पायलटों की जिंदगी छीन ली है और 400 से ज्यादा बार क्रैश हो चुका है. ऐसे में सवाल उठना वाजिब है कि इस ताबूत में आखिरी कील कब गाड़ी जाएगी. वायुसेना इसकी विदाई कब करेगी.


राजस्थान के बाड़मेर में मिग-21 एक बार फिर क्रैश हुआ और इस हादसे में दो पायलटों की जान चली गई. ऐसा पहली बार नहीं है कि जब ये फाइटर जेट क्रैश हुआ हो लेकिन फिर भी वायुसेना इस प्लेन के बोझ को अपने कंधों पर ढो रही है. साल 2021 में ही इस प्लेन से 5 हादसे हुए थे. मीडिया में आंकड़ों के मुताबिक पिछले 6 दशकों में मिग-21 से जुड़ी 400 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें 200 से अधिक बहादुर पायलटों ने अपनी जान गंवा दी. भारतीय वायुसेना ने इसे पहली बार साल 1962 में अपने बेड़े में शामिल किया था.




इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि बाड़मेर में हुई घटना से पूरा देश स्तब्ध व शोकाकुल है. कुछ सालों से MiG-21 लगातार हादसों का शिकार हो रहा है. यह अकेला लगभग 200 पायलटों की जान ले चुका है. आखिर यह ‘उड़ता ताबूत’ कब हमारे बेड़े से हटेगा? देश की संसद को सोचना होगा, क्या हम अपने बच्चों को यह विमान उड़ाने देंगे?


मिग-21 का सुरक्षा रिकॉर्ड बेहद खराब


किसी जमाने में इस विमान को भारतीय सेना की रीढ़ माना जाता था लेकिन अब ये विमान न तो जंग के लिए औऱ न ही उड़ान के लिए फिट हैं. वायुसेना साल 1960 से मिग-21 विमानों का इस्तेमाल कर रही है. साल 1971 की लड़ाई में मिग-21 ने पूर्वी और पश्चिमी मोर्चों पर जमकर कहर बरपाया और पाकिस्तान के फाइटर प्लेन के छक्के छुड़ा दिए थे. बालाकोट एयर स्ट्राइक तो याद ही होगा आपको वहां भी पाकिस्तान की नाक में दम इन्ही विमानों ने किया था. विंग कमांडर अभिनंदन इसी प्लेन को उड़ा रहे थे. हालांकि इस विमान का सुरक्षा रिकॉर्ड बेहद ही खराब है.


साल 2021 में मिग-21 के 5 हादसे



  • 5 जनवरी 2021 को मिग-21 की साल की पहली दुर्घटना हुई थी. ये हादसा राजस्थान के सूरतगढ़ में हुआ था जब मिग-21 बाइसन विमान गिर गया था. हालांकि इस हादसे में पायलट सुरक्षित बाहर निकलने में सफल हो गया था.

  • 17 मार्च 2021 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पास एक मिग-21 वायसन प्लेन क्रैश हुआ था.

  • 20 मई 2021 को पंजाब के मोगा में मिग-21 की दूसरी दुर्घटना हुई. मोगा के लंगियाना खुर्द गांव के पास पायलट को लगा कि इस विमान में कुछ गड़बड़ है इसके बाद पायलट ने छलांग लगा और विमान वहीं खेतों में गिर गया और उसमें आग लग गई. इस हादसे में पायलट की जान चली गई थी.

  • 25 अगस्त 2021 को राजस्थान के बाड़मेर में मिग-21 एक बार फिर हादसे का शिकार बना. इस प्लेन क्रैश में पायलट खुद के बचाने में सफल रहा था. इस हादसे के बाद वायुसेना ने बताया था कि उनका विमान ट्रेनिंग शॉर्टी था.

  • 25 दिसंबर 2021 में फिर एक बार राजस्थान में ही मिग-21 बाइसन दुर्घटनाग्रस्त हुआ. इस हादसे में पायलट की मौत हो गई थी.


हादसों की लंबी सूची


भारतीय वायुसेना (Indian Air force) के मिग-21 (MiG-21) के हादसों की सूची बहुत लंबी है. साल 2021 में हुए हादसों के बारे में आपको बता ही दिया है. इसके अलावा, साल 2013 में 2, साल 2014 में 3, साल 2015 में 2, साल 2016 में 3, साल 2018 में 2 और साल 2019 में तीन मिग-21 क्रैश (Crash) हुए. इसके अलावा साल 2012 में तब के रक्षा मंत्री (Defence Minister) एके एंटनी (AK Antony) ने एक आधिकारिक बयान में कहा था कि वायु सेना में शामिल होने के बाद से लेकर साल 2012 तक 482 मिग-21 प्लेन हादसे का शिकार हुए. इन हादसों में 171 पायलट (Pilot) और 39 आम नागरिकों के अलावा 8 अन्य लोगों की मौत हुई. इसके बाद भी साल दर साल ये विमान हादसे का शिकार होते रहे हैं.


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