China President Election: चीन में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (Communist Party Of China) का 20वां अधिवेशन रविवार ( 16 अक्टूबर) को शुरू हो गया है. 16 से 22 अक्टूबर तक चलने वाली इस मीटिंग में शी जिनपिंग (Xi Jinping) को तीसरी बार चीन की सर्वोच्च सत्ता की चाबी सौंप दी जाएगी. इसे लेकर बीजिंग (Beijing) के द ग्रेट हॉल में एक भव्य मंच भी बनाया गया है. इसके साथ ही शी जिनपिंग चीन में चली आ रही 30 साल पुरानी उस परंपरा को तोड़ने जा रहे हैं जहां पहले ये नियम था कि देख का सुप्रीम नेता 10 साल बाद अपना पद छोड़ देगा.


राष्ट्रपति शी जिनपिंग पिछले 10 साल से चीन की राजनीतिक और सैन्य सत्ता के सुप्रीम नेता हैं. इसके अलावा वह 2012 से चाननीज कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव हैं. अब बीजिंग में एक बार फिर उनकी ताजपोशी की तैयारी चल रही है. ऐसे में यह जानना आवश्यक हो जाता है कि चीन में कौन सा बड़ा पद होते हैं और सरकार किस प्रकार से काम करती है. 


चीन में महत्वपूर्ण पद ?


चीन में कम्युनिस्ट पार्टी का ही एकदलीय शासन है, इसलिए पार्टी का महासचिव देश का सुप्रीम नेता होता है. शी जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चायना के महासचिव होने के साथ-साथ दो और शक्तिशाली पदों पर आसीन हैं. राष्‍ट्रीय कांग्रेस की बैठक में अगर शी जिनपिंग पार्टी के महासचिव घोषित किए जाते हैं तो यह कम्‍युनिस्‍ट पार्टी में एक इतिहास होगा. 


राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बाद दूसरे नंबर में चीन के प्रधानमंत्री का पद आता है. चीन के मौजूदा प्रधानमंत्री ली केकियांग हैं. इस बात कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार प्रधानमंत्री ली केकियांग पार्टी नेतृत्व की भूमिका से हट जाएंगे और उनकी जगह हान झेंग को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया जा सकता है, जो चीन के मौजूदा चार उप-प्रधानमंत्रियों में पहले स्थान पर हैं. 


चीन में कैसे होता है चुनाव?


चीन में नई सरकार के गठन को लेकर सरगर्मी तेज हो चुकी है. राष्ट्रपति शी जिनपिंग की लगातार तीसरी बार ताजपोशी होना लगभग तय माना जा रहा है. चीन में कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है. वहां राष्ट्रपति यानी पार्टी महासचिव के लिए चुनाव होता है. पार्टी का महासचिव ही राष्ट्रपति के पद पर आसीन होता है. इसके लिए सीपीसी देशभर में प्रतिनिधियों की नियुक्ति करती है.


अलग-अलग क्षेत्रों और प्रांतों में कम्युनिस्ट पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले 2280 सदस्यों यानी डेलीगेट्स को अधिवेशन में वोट देने के लिए बुलाया जाता है. ये सभी डेलीगेट्स कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी के 204 और इसके अलावा 172 सदस्यों का चुनाव करेंगे. इसके बाद पोलित ब्यूरो के 25 सदस्यों का चुनाव होगा. पोलित ब्यूरो के सदस्यों के चुनाव के बाद पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी के सात सदस्यों का चुनाव करेगी. ये कमेटी कम्युनिस्ट पार्टी की सबसे शक्तिशाली और सबसे बड़ी कमेटी होती है. ये कमेटी ही चीन की सरकार चलाती है. 


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