नई दिल्ली: सोनी टीवी के हाल ही में शुरू हुए सीरियल ‘पहरेदार पिया की’ पर बैन लगाने की मांग चल रही है. इस सीरियल की कहानी और उसमें दिखाए गए कुछ सीन्स के बाद से ही देश-भर में सीरियल का विरोध किया जा रहा है. ब्रॉडकास्टिंग कंटेंट कंप्लेंट कौंसिल (बीसीसीसी) भी इस सीरियल को लेकर अब हरकत में आया है.


बीसीसीसी ने इस डेली सोप के टेलीकास्ट का समय बदलकर रात दस बजे करने का निर्देश दिया है. उसने उससे टेलीकास्ट के वक्त यह भी लिखने को कहा है कि यह बाल विवाह को बढ़ावा नहीं देता.


यह सीरियल 'रतन' नाम के नौ साल के एक लड़के की 'दीया' नाम की 18 साल की एक लड़की से शादी पर आधारित है. इसका टेलीकास्ट पिछले महीने शुरु हुआ था.


कौंसिल ने आज यहां अपनी बैठक के बाद इस चैनल का समय बदलकर रात दस बजे करने का आदेश दिया. यह समय नियंत्रित समय होता है. एक अधिकारी ने कहा कि इसी के साथ यह कथन भी लिखना होगा कि यह बाल विवाह को बढ़ावा नहीं देता है और यह बस एक फिक्शन है.


आज कौंसिल के नये अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) विक्रमजीत सेन की अध्यक्षता में यह उसकी पहली बैठक थी.


‘पहरेदार पिया की’ सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हुई है और कई दर्शकों ने इसे बाल विवाह को बढ़ावा देने वाला बताया है. इसका फिलहाल रात नौ बजे प्रसारण होता है. कौंसिल के पास इस सीरियल के बारे में ढेरों शिकायतें पहुंची थीं.