बॉलीवुड स्टार सैफ अली खान ने अपने हालिया इंटरव्यू में अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर काफी बातें शेयर की. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि एक सफल अभिनेता बनने के लिए अपनी वैनिटी छोड़नी पड़ती है.
अपनी पसंद छोड़ दर्शकों की पसंद पर फोकस करना जरूरी होती है. उन्होंने कहा, 'कभी लगता है कि मैंने शानदार रोल किया, जिम जाकर फिट रहा, एक्शन सीक्वेंस किया. हालांकि सब मिलाकर यहां एक सवाल आता है कि क्या लोग इसे देखना चाहते हैं? या फिर यह केवल मेरा अहंकार है?
हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया से बात करते हुए सैफ अली खान ने अपनी बात को समझाते हुए कहा कि डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ही यह तय कर सकते हैं कि कौन सा रोल किसी कलाकार के लिए सबसे परफेक्ट है.
उन्होंने बताया कि कभी-कभी वह खुद उन चीजों में खो जाते हैं जो उन्हें पसंद हैं. मगर यहां यह जरुरी है कि अपनी पसंद की जगह दर्शकों की पसंद को प्राथमिकता देनी चाहिए.
सैफ ने अपने पुराने अनुभवों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने लगभग 20 साल पहले रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों में काम करते हुए अपने घमंड को पूरी तरह अलग रखा था.
रोमांटिक फिल्मों ने उन्हें अलग तरह का अनुभव और मौका दिया. उन्होंने आगे कहा कि कभी-कभी एक्टर्स की तरह ड्रेस अप करना, दिखावा करना और स्टाइलिश रोल निभाना घमंड में बदल देता है. उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जेसन बॉर्न या एक थ्रिलर रोल निभाते समय उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि वह घमंड के जाल में फंस गए हैं.
अहंकार को पहचान पाना है बेहद मुश्किल कामसैफ ने जोर देकर कहा कि एक अभिनेता का उद्देश्य हमेशा दर्शकों का मनोरंजन होना चाहिए न कि सिर्फ खुद का. उन्होंने स्वीकार किया कि अहंकार को पहचानना और उसे काम से अलग रखना मुश्किल है लेकिन यह स्वयं के प्रति ईमानदारी और बेहतर अभिनय के लिए जरूरी है. बता दें सैफ अपनी अपकमिंग फिल्म 'हैवान' की वजह से चर्चा में हैं.