जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयान को लेकर देश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है. इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस और खासतौर पर राहुल गांधी पर कड़ा प्रहार किया है. एएनआई से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी की अपनी अलग थेथरोलॉजी है. जिसके जरिए वे हर चुनावी हार के बाद सच्चाई से मुंह छिपाने की कोशिश करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी हार को स्वीकार करने के बजाय राहुल गांधी कार्यकर्ताओं को झूठा दिलासा देते हैं और हार का ठीकरा किसी दूसरे के सिर पर फोड़ देते हैं.

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गिरिराज सिंह ने सवाल उठाया कि अगर कांग्रेस नेताओं में सच में हिम्मत है तो वे उमर अब्दुल्ला और सुप्रिया सुले जैसे नेताओं पर खुलकर टिप्पणी क्यों नहीं करते है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में चुनाव जीतती है. तब उन्हें वोट चोरी या चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर कोई संदेह नहीं होता है. जैसे ही कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ता है, तो वैसे ही वोट चोरी और चुनावी गड़बड़ी के आरोप लगने लगते हैं.

कांग्रेस को याद करना चाहिए अपना अतीत- गिरिराज सिंह

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी ने सिर्फ वोट चोरी नहीं की है बल्कि वोट डकैती की राजनीति की है. उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले ने जो बात कही है वह पूरी तरह सही है और कांग्रेस को अपने अतीत को याद करना चाहिए. गिरिराज सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में हार-जीत सामान्य प्रक्रिया है. कांग्रेस नेतृत्व हार को स्वीकार करने की राजनीतिक परिपक्वता नहीं दिखा पा रहा है.

अपमानजनक भाषा की राजनीति को बढ़ावा देती है कांग्रेस- गिरिराज

कांग्रेस की मेगा रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगाए गए नारों पर भी गिरिराज सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में ही गाली-गलौज और अपमानजनक भाषा की राजनीति को बढ़ावा दिया जाता है. उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा सैकड़ों बार इस्तेमाल की जा चुकी है. अब जनता इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है. उनके मुताबिक अब देश की जनता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है.

मनोज झा ने उमर अब्दुल्ला के बयान पर दी प्रतिक्रिया

वहीं, इस पूरे मामले पर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा का भी बयान सामने आया है. मनोज झा ने उमर अब्दुल्ला के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि यह मुद्दा केवल किसी एक नेता या पार्टी तक सीमित नहीं है. उन्होंने कहा कि जब वोट चोरी और चुनाव आयोग की भूमिका की बात होती है तो उसका दायरा बहुत व्यापक होता है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या देश में सभी दलों के लिए समान अवसर यानी लेवल प्लेइंग फील्ड मौजूद है या नहीं.

मनोज झा ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव केवल कहने की बात नहीं होनी चाहिए बल्कि उसके पीछे सत्य और निष्ठा का भाव भी दिखना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा प्रतिमान है जिस पर हर राजनीतिक दल को गंभीरता से विचार करना चाहिए.

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