दिल्ली हाई कोर्ट में नेटफ्लिक्स ने आईआरएस अफसर समीर वानखेड़े द्वारा दायर मानहानि मुकदमे का जोरदार विरोध किया. यह मुकदमा नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज़ द बैडस ऑफ बॉलीवुड में वानखेड़े की कथित नकारात्मक छवि दिखाए जाने को लेकर दायर किया गया है.

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दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान नेटफ्लिक्स की ओर से पेश वकील ने कहा कि ऐसे मामलों में मानहानि साबित करना आसान नहीं होता और यह सिर्फ ट्रायल के बाद ही तय हो सकता है.

उन्होंने दलील देते हुए कहा कि केवल यह कहना कि शो द बैडस ऑफ बॉलीवुड को शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ने बनाया है मानहानि साबित करने के लिए पर्याप्त नहीं है. समीर वानखेड़े को दुर्भावना साबित करनी होगी. 

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समीर वानखेड़े के खिलाफ हुई पूछताछ और आरोप 2022 से ही सार्वजनिक डोमेन में मौजूदा- वकील 

नेटफ्लिक्स की तरफ से पेश वकील ने कहा समीर वानखेड़े के खिलाफ हुई पूछताछ और आरोप साल 2022 से ही सार्वजनिक डोमेन में मौजूद हैं लेकिन उन्होंने तब कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की. ऐसे में अंतरिम आदेश जारी करना उचित नहीं होगा. वकील कहा कि वानखेड़े खुद कहते हैं कि उन्हें मीडिया की आलोचना से कोई दिक्कत नहीं फिर सीरीज के एक डेढ़ मिनट के व्यंग्यात्मक हिस्से पर आपत्ति कैसे कर सकते हैं.

समीर वानखेड़े ने नेटफ्लिक्स के वकील की दलील का किया विरोध 

दिल्ली हाई कोर्ट में समीर वानखेड़े की ओर से दावा किया गया है कि सीरीज को जानबूझकर इस तरह बनाया गया है कि उनकी छवि खराब हो. साथ ही यह भी कहा गया कि एक पात्र द्वारा सत्यमेव जयते बोलने के बाद अभद्र इशारा दिखाया गया जो राष्ट्रीय सम्मान से जुड़े कानूनों का उल्लंघन है.

कोर्ट ने वानखेड़े की कानूनी टीम से ईडी और सीबीआई जांच से जुड़े आदेशों की जानकारी पेश करने को कहा है. अब मामले की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी.