बॉलीवुड में कई शादियां नहीं टिक पाईं और उनका अंत सेपरेशन पर हुआ. राखी(Rakhi) और गुलजार (Gulzar)की शादी भी कुछ ऐसी ही रही. दोनों की शादी महज एक साल ही टिक पाई और फिर इन्होंने अपनी राहें हमेशा के लिए जुदा कर लीं. राखी और गुलजार ने 15 मई 1973 को शादी की थी. इसके बाद दिसंबर 1973 को इनके घर बेटी मेघना का जन्म हुआ. बेटी के जन्म के बाद से ही दोनों की लाइफ में अनबन का दौर शुरू हो गया.




मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुलजार चाहते थे कि राखी फिल्मों में काम करना बंद कर दें जबकि राखी ऐसा नहीं चाहती थीं. राखी ने गुलजार को बहुत मनाया कि वो अपना फैसला बदलें और इस चक्कर में वह कई बेहतरीन स्क्रिप्ट्स ठुकरा चुकी थीं. गुलजार नहीं माने और फिर राखी उनसे अलग हो गईं. शादी टूटने के बाद राखी गुमनाम ज़िंदगी जीने लगीं. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, 'गुमनामी में अकेले जीना मेरी चॉइस थी. मेरे परिवार में 19 लोग थे उसके बावजूद मैं खुद को घर में आइसोलेट कर लेती थी. किटी पार्टी वगेरह मुझे टाइम वेस्ट लगता था. इसके बजाए मैं वी शांताराम, सोहराब मोदी, महबूब खान और के.आसिफ की फिल्मों के मॉर्निंग शो देखने निकल जाया करती थीं. जब मुंबई की भीड़भाड़ से मुझे उलझन होने लगती थी तो मैं पनवेल में अपने फार्महाउस पर चली जाया करती थी.'




वैसे, राखी और गुलजार दोनों ही भले अब अलग रहते हों लेकिन आज भी दोनों की अच्छी बॉन्डिंग है. एक इंटरव्यू में गुलजार ने बताया था कि अब भी उन्हें जब भी राखी के हाथ से बनी फ़िश करी खानी होती है तो वह उन्हें रिश्वत के तौर पर साड़ी तोहफे में देते हैं जैसे वो कभी उन्हें साथ रहकर गिफ्ट किया करते थे. 


 


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