Monty Vlogs Inspiring Story: मोंटी आज बेहद फेमस यूट्यूबर बन चुके हैं और वे अपनी यूट्यूब वीडियो से लाखों की कमाई भी करते हैं. हालांकि, इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया और मेहनत करने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी. आज हम आपको अपनी रिपोर्ट में नींबू बेचने से सक्सेसफुल यूट्यूबर बनने का सफर तय करने वाले Monty Vlogs की इंस्पायरिंग कहानी बताएंगे.  


बपचन में बेहद गरीब थे मोंटी
मोंटी मूलरूप से झारखंड राज्य के पलामू जिले के डाल्टनगंज से हैं. जोश टॉक पर मोंटी ने खुद अपने संघर्ष की इंस्पायरिंग कहानी बताई थी. मोंटी ने बताया कि उनके घर की हालात काफी खराब थे. उनके पिता दर्जी का काम करते थे और वे दिन भर में 60 से 70 रुपये कमा पाते थे जिससे उनके घर का खर्चा चलता था. कई बार तो खाने के लाले पड़ जाते थे.


मोंटी की तीन बहने हैं. वे बताते हैं कि उनका घर बेहद टूटा-फूटा था. बारिश के दिनों में तो उनकी घर की छत टपकने लगती थी. मोंटी पढ-लिखकर कुछ बनना चाहते थे लेकिन उनके पास ट्यूशन की फीस भरने के भी पैसे नहीं होते थे. एक बार उन्हें कोचिंग से निकाल दिया गया था.


ट्रेन में बेचने लगे नींबू
इस घटना के बाद उन्होंने कुछ कमाने की ठान ली थी. फिर वे अपने मोहल्ले के दोस्तों की देखा-देखी नींबू बेचने लगे. इसके बाद उन्होंने ट्रेन में नींबू बेचने शुरू कर दिए. यहां मोंटी को लगने लगा कि वे कुछ और भी काम कर सकते हैं. हालांकि ट्रेन में नींबू- फल बेचने से वे दिन भर में 80 से 100 रुपये ही कमा पाते थे जिससे उनका घर चलता था. हालांकि, इस काम में  ज्यादा कमाई नहीं हो पा रही थी तो मोंटी ने सोचा कि ज्यादा पैसा कमाने के लिए कुछ और ट्राई करना चाहिए.




वेल्डिंग का किया काम तो हुए बीमार
इसके बाद वे फेसबुक चलाने के दौरान अपने एक दोस्त के कॉन्टैक्ट में आए जिसने वेल्डिंग की वीडियो डाली थी. उस दोस्त ने मोंटी को बताया कि वेल्डिंग में बहुत पैसा है. इसके बाद मोंटी ने आर्गन वेल्डिंग का काम सीखा. उस दौरान मोंटी की उम्र महज 14 साल थी.


आर्गन वेल्डिंग सीखने के बाद मोंटी अपने दोस्त के पास चले गए. वहां उन्होंने मेट्रो साइट पर 15 दिन तक आर्गन वेल्डिंग का काम किया लेकिन इसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई और डॉक्टर ने उन्हें कहा कि उनके बॉडी में आर्गन गैस चली गई है इस वजह से उनके लिए इस काम को करना काफी जोखिम भरा हो सकता है. इसके बाद मोंटी एक महीने अस्पताल में भर्ती रहे. बाद में वे अपने घर लौट आए.


हैलोजन लाइट लेकर चलने के मिलते थे 20 रुपये
घर लौटने के बाद मोंटी शादियों में हैलोजन लाइट लेकर चलने का काम करते थे. रात भर जागकर इस काम के लिए उन्हें 20 रुपये मिलते थे. इस काम को उन्होंने एक साल तक किया. इस दौरान वे कैमरा पकड़ने में एक्सपर्ट हो गए थे. इसके बाद उन्होंने वीडियो रिकॉर्डिंग करनी शुरू कर दी. इसके बाद मोंटी ने फोटोग्राफी शुरू कर दी थी. वेडिंग का काम करने के दौरान मोंटी रात भर के 1 हजार रुपये कमाते थे.


ड्राइविंग-मोबाइल रिपेयरिंग का भी किया काम
कैमरा सीखने के बाद मोंटी को अब यूट्यूब पर वीडियो बनाने का ख्याल आया. उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल क्रिएट किया और कुछ वीडियो भी डाले लेकिन उनका चैनल नहीं चला. हालांकि इस दौरान मोंटी वेडिंग के काम से 1000 रुपये कमा रहे थे. लेकिन वे इससे और ज्यादा आगे बढ़ना चाहते थे तो उन्होंने ड्राइविंग सीखने का मन बनाया. इसके बाद मोंटी ने हजारीगंज जाकर दिन-रात कार धोई और फिर ड्राइविंग सीखी.


इसके बाद मोंटी ने सोचा की अपने मां-बाप को गरीबी से निकालने के लिए उन्हें गल्फ कंट्री जाकर और पैसा कमाना चाहिए. लेकिन दुर्घटनाएं देखने के बाद उन्होंने ड्राइविंग छोड़ दी. इसके बाद मोंटी ने मोबाइल रिपेयरिंग का काम किया और दिन भर में 300 से 400 रुपये कमाने लगे. लेकिन मोंटी का यहां भी मन नहीं लगा और उन्होंने सोचा कि कुछ और करना चाहिए. इसके बाद उन्हें अपने यूट्यूब चैनल का ख्याल आया और मंथन किया कि आखिर लोग क्या देखना पसंद करते हैं.




सेकंड हैंड बाइक-कारों की वीडियो ने बदल दी जिंदगी
काफी सोच-विचार के बाद मोंटी ने सेकंड हैंड बाईक की वीडियो बनाकर अपने चैनल पर अपलोड करना शुरू कर दिया. उनकी ये वीडियो खूब वायरल हो गई और एक हफ्ते में उन्हें 20 लाख व्यूज मिले. ये बात उनके दिमाग में बैठ गई कि लोग इस चीज को पसंद कर रहे हैं. फिर क्या था उन्होंने सेकंड हैंड कार और बाइक पर वीडियो बनाकर अपलोड करना शुरू कर दिया और उनका चैनल दिन ब दिन बढ़ता चला गया.


आज उनके यूट्यूब पर 3 मिलियन सब्सक्राइबर हैं. वहीं फेसबुक पर भी उनके 2.5 मिलियन हैं. यूट्यूब और फेसबुक से कमाई करने के साथ ही मोंटी ने अपनी वेबसाइट भी बनाई और यहां से भी खूब कमाई करने लगे. इसके अलावा भी मोंटी आज कई बिजनेस कर रहे हैं.


इसी के साथ कभी नींबू बेचने वाले मोंटी आज 60 लाख महीने कमाते हैं. वे अपने टूटे-फूटे मकान को भी आलीशान कोठी में बदल चुके हैं और आज वे लग्जरी लाइफ जी रहे हैं.


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