Women's Day: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हर कोई महिलाओं के साहस और जज्बे को सलाम कर रहे हैं. सभी इसे अपनी तरह से सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस महिला दिवस हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी अभिनेत्रियों के बारे में जिन्होंने नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से आते हुए भी अपने हुनर के आगे सभी को झुका दिया. दुनिया भर में इनके हुनर का डांका बजता है. इन अभिनेत्रियों ने अपने जीवन के साथ साथ परदे पर कुछ ऐसे किरदार निभाए जिन्होंने देश और हमारे समाज में महिला सशक्तिकरण के लिए बढ़ावा दिया है. यहां जानिए ऐसी ही फिल्मों और अभिनेत्रियों के बारे में...


प्रियंका चोपड़ा की फिल्म मैरी कॉम
प्रियंका चोपड़ा जोनस ने साल 2000 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीता था. हालांकि इसके बाद भी उनका फिल्मी सफर बहुत आसान नहीं रहा. उन्होंने काफी मेहनत करके फिल्मों में अपना नाम बनाया. अब सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, हॉलीवुड में भी वह अपनी जगह बना चुकी हैं. देसी गर्ल की महिला को सशक्त करने वाली फिल्म है बॉक्स मैरी कॉम की बायोपिक फिल्म. ये फिल्म 2014 में सिनेमा घरों में प्रदर्शित हुई थी. जिसका निर्देशन ओमंग कुमार ने किया था.



कंगना रनौत की फिल्म क्वीन और मणिकर्णिका
हिमाचल के एक छोटे से शहर से आईं कंगना आज अपने दम पर पूरे बॉलीवुड पर राज करती हैं. कंगना ने नाम से आज फिल्में चलती हैं. कंगना अपना घर छोड़कर आई और मॉडलिंग शुरू की। कई बार रिजेक्शन मिलने के बाद वह फिल्मों में नजर आईं. कंगना को सबसे ज्यादा लोकप्रियता उनकी फिल्म 'क्वीन' से मिली. विकास बहल द्वारा निर्देशित फिल्म 'क्वीन' की पूरी कहानी कंगना रनौत के किरदार पर ही बुनी गई है. फिल्म की कहानी कुछ ऐसी थी कि शादी टूटने के बाद कंगना अपना हनीमून पैकेज सिर्फ घूमने के चली जाती हैं. कंगना की लेटेस्ट रिलीज फिल्म 'मणिकर्णिका' है. झांसी की रानी के किरदार में एक बार फिर से कंगना ने महिलओं के प्रेरित किया है.



विद्या बालन की फिल्म 'द डर्टी पिक्चर'
विद्या बालन फिल्मों से पहले म्यूजिक वीडियोज, टीवी शोज और विज्ञापनों में नजर आ चुकी हैं. हालांकि उन्हें कई बार रिजेक्शन झेलना पड़ा, लेकिन आखिरकार वह बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहीं. विद्या आज जो कुछ भी सिर्फ अपने दम पर ही हैं. विद्या बालन की फिल्म द डर्टी पिक्चर 2011 में बनी सिल्क स्मिता की जीवनी पर आधारित हिन्दी फिल्म है. उनकी एक और फिल्म 'कहानी' को भी काफी सराहना मिली थी. इसमें भी वह एक प्रेग्नेंट लेडी का किरदार निभाया, जिसमें काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं. विद्या बालन की दोनों ही फिल्में महिलाओं पर आधारित हैं.



तापसी पन्नू की फिल्म पिंक
पिंक अनिरुद्ध रॉय चौधरी द्वारा निर्देशित 2016 की हिन्दी फिल्म है. इसमें अमिताभ बच्चन, तापसी पन्नू, कीर्ति कुल्हरी, अंगद बेदी, एंड्रिया तारियांग, पीयूष मिश्रा और धृतिमान चटर्जी ने मुख्य किरदार निभाए हैं. फिल्म 16 सितम्बर 2016 को रिलीज़ हुई. फिल्म में दिल्ली की रहने वाली तीन लड़कियां मीनल अरोड़ा (तापसी पन्नू), फलक अली (कीर्ति कुल्हरी) व एंड्रिया (एंड्रिया तारियांग) पर है. बता दें कि तापसी भी फिल्मी बैक्गाउंड से नहीं आती है.



स्वरा भास्कर की फिल्म निल बटे सन्नाटा
स्वरा भास्कर का परिवार दूर दूर तक फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक नहीं रखता. ये अभिनेत्री अपनी बेबाक राय के लिए मशूहर हैं. स्वार कि ऐसी ही एक फिल्म है 'निल बटे सन्नाटा'. फिल्म की कहानी है एक मां चंदा सहाय (स्वरा भास्कर) और उसकी बेटी अप्पू (रिया शुक्ला) की. चंदा लोगों के घरों में काम करती है और अपनी बेटी अप्पू को पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाना चाहती है.



श्रीदेवी की फिल्म मॉम और इंग्लिश विंग्लिश
दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी की दुबई में दुर्घटनावश मृत्यु से बॉलीवुड में शोक सा पसर गया. लेकिन उनकी फिल्में आज भी हमारे दिलों में उन्हें जिंदा रखती हैं. श्रीदेवी ने अपने दम पर महज 4 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कर दी थी. कई साल बॉलीवुड से दूर रहने के बाद वापसी करने वाली श्रीदेवी की 2012 में आई फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' में घरेलू पत्नी होने के वाबजूद वह इंग्लिश सीखना चाहती हैं. कई मजबूरियों का सामना करने के बावजूद वह ऐसा करने में कामयाब हो जाती हैं. इतना ही नहीं, उनकी पिछले साल आई एक और फिल्म 'मॉम' ने लोगों के दिलों को जीत लिया. यह फिल्म भी एक महिला और एक मां पर दिखालाया गया है.


राधिका आप्टे की फिल्म पार्च्ड
'पार्च्ड' गुजरात के एक गांव की तीन स्त्रियों के माध्यम से रूखी-निर्मम तस्वीर पेश करने की कोशिश करती हैं. रानी के रूप में तनिष्ठा मुखर्जी, लज्जो के किरदार में राधिका आप्टे, बिजली के रोल में सुरवीन ने सभी को इम्प्रेस किया है.