Nadav Lapid On The Kashmir Files: गोवा में आयोजित हुए इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI 2022) के जूरी में शामिल रहे इजरायली फिल्ममेकर नादव लापिड (Nadav Lapid) फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को एक वल्गर और प्रोपेगेंडा फिल्म बताने के बाद काफी सुर्खियां में चल रहे हैं. अपने दिए इस बयान को लेकर उन्हें विवादों का भी सामना करना पड़ा रहा है. वहीं अब नादव ने इस फिल्म को एक शानदार फिल्म कहा है.


जो मैंने किया वो मेरा फर्ज़ था- नादव


अपने दिए बयान को लेकर इंडिया टुडे से एक बातचीत में नादव ने कहा, “कोई भी निर्धारित नहीं कर सकता है कि प्रोपेगेंडा क्या है? मैं इस फैक्ट को स्वीकार करता हूं ये एक शानदार फिल्म है. जो मैंने किया वो मेरा फर्ज है कि जो मैं देखूं वो कहूं. ये एक बेहद ही सब्जेक्टिव तरीका है.” नादव ने ये भी कि उनके बयान को लेकर हंगामा लोगों को उकसाने के लिए एक सस्ता हेरफेर है.


दूसरे जूरी ने खुलकर नहीं की बात- नादव


इस बातचीत में नादव ने ये भी बताया कि जो चीज उन्होंने कही उस चीज को दूसरी जूरी ने भी महसूस किया, लेकिन उन्होंने खुलकर बात नहीं की. नादव ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर ‘वल्गर और प्रोपेगेंडा’ वाला ये बयान फिल्म महोत्सव के समापन पर 28 नवंबर को दिया था. उनके बयान के बाद कुछ लोगों उनका समर्थन किया तो उससे ज्यादा उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. इस बयान को लेकर इजरायल के राजदूत ने भी उन्हें फटकार लगाई. वहीं फिल्म फेस्विटल के जूरी बोर्ड ने एक स्टेटमेंट जारी कर नादव के इस बयान से किनारा कर लिया था और कहा था कि ये उनकी वयक्तिगत राय है.


बहरहाल, ‘द कश्मीर फाइल्स’ विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) द्वार निर्देशित फिल्म है, जिसमें अग्निहोत्री की पत्नी पल्लवी जोशी, अभिनेता अनुपम खेर, दर्शन कुमार और मिथुन चक्रवर्ती जैसे सितारे अहम किरादर में नजर आए थे.


यह भी पढ़ें-


Kantara ही नहीं... कम बजट की ये फिल्में भी रहीं हिट, बॉक्स ऑफिस पर हुई करोड़ों की बारिश