Shatrughan Sinha on Sholay: भारतीय सिनेमा की ऐसी कई ऐतिहासिक फिल्में हैं जिन्हें कितनी बार भी देखो मन नहीं भरता. उनमें से एक है 'शोले', जिसका हर किरदार आज भी फैंस के जहन में ताजा है. 1975 में रिलीज हुई 'शोले' एक आइकॉनिक फिल्म थी जिसने ना सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की बल्कि लोगों के दिलों में भी खास जगह बनाने में सफल हुई थी. फिल्म में 'जय' और 'गब्बर' दो ऐसे सुपरहिट किरदार हैं जिन्हें पहले शत्रुघ्न सिन्हा को ऑफर हुआ था, लेकिन वो इसे कर नहीं पाए.


अलग-अलग समय में शत्रुघ्न सिन्हा के पास 'शोले' के दो आइकॉनिक रोल गए, फिर भी वो फिल्म का हिस्सा नहीं बन पाए. एक बार उन्होंने रोल ठुकराया तो दूसरी बार उनके हाथ से मौका निकला. दिग्गज अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने इसपर खुलकर बात करते हुए दोनों की वजहों का खुलासा किया है.


शत्रुघ्न सिन्हा ने क्यों नहीं किया 'गब्बर' का रोल?


साल 1969 में शत्रुघ्न सिन्हा ने फिल्म प्रेम पुजारी से बॉलीवुड डेब्यू किया था. उस दौर में उन्होंने कई फिल्मों में विलेन का रोल किया और हिट हो गए. कुछ साल बीते और रमेश सिप्पी 'शोले' की स्टारकास्ट ढूंढने में लग गए.




'गब्बर' का रोल शत्रुघ्न सिन्हा को ऑफर किया गया क्योंकि उस समय वो विलेन के तौर पर पसंद किये जाने लगे थे लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा अपनी निगेटिव इमेज बदलना चाहते थे इसलिए 'गब्बर' के रोल को उन्होंने मना कर दिया था. इसके बाद ये रोल अमजद खान को दे दिया गया था और वो रोल आज भी लोगों को पसंद आता है.


अमिताभ बच्चन ने कैसे किया शत्रुघ्न सिन्हा को रिप्लेस?


फिल्म शोले के डायरेक्टर रमेश सिप्पी को 'जय' की तलाश थी और उन्हें कोई सही एक्टर नहीं मिल पा रहा था. तब उनके पिता जीपी सिप्पी ने शत्रुघ्न सिन्हा का नाम सजेस्ट किया था. जब वो शत्रुघ्न सिन्हा के पास ऑफर लेकर गए तो उनके पास कई फिल्में थीं. उन्होंने रमेश सिप्पी से पूछा कि क्या डेट उन्हें चाहिए लेकिन रमेश सिप्पी किसी और उलझन में उलझे थे.


दरअसल, फिल्म शोले के लेखक सलीम-जावेद ने रमेश सिप्पी को जय के रोल के लिए अमिताभ बच्चन का नाम सजेस्ट किया था लेकिन रमेश सिप्पी के पिता ने शत्रुघ्न सिन्हा का नाम सुझाव में दिया था. रमेश सिप्पी समझ नहीं पा रहे थे कि पिता की बात माने या सलीम-जावेद की. उसी दौरान शत्रुघ्न सिन्हा जब बार-बार रमेश सिप्पी से डेट पूछ रहे थे तो रमश सिप्पी ने उन्हें ठीक से जवाब नहीं दिया.


बाद में शत्रुघ्न सिन्हा को पता चला कि 'जय' का रोल अमिताभ बच्चन को मिल गया है. शत्रुघ्न ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब उन्हें पता चला कि 'शोले' में अमिताभ को चुन लिया गया है तब उन्हें अच्छा नहीं लगा था लेकिन बाद में उन्हें लगा कि अमिताभ ने जो मुकाम उस फिल्म से पाया और आज वो जिस पोजिशन पर हैं वो गर्व करने वाला है.




इंडिया टुडे के मुताबिक, शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, 'पहले मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा लेकिन जब फिल्म सुपरहिट हुई तब बुरा लगा था. काश मैं जय का रोल कर लेता लेकिन बाद में मैं खुश हुआ कि मेरे भाई जैसे अमिताभ बच्चन को बड़ी पहचान मिली और आज वो भारत की शान हैं.'


'जय' के रोल के लिए कौन था सलीम-जावेद की पहली पसंद?


एस रामानाथन की फिल्म बॉम्बे टू गोवा (1972) बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई थी. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन का रोल काफी कम था लेकिन उसी दौरान सलीम-जावेद ने उनके काम को खूब पसंद किया था. इसके बाद जब प्राण ने फिल्म जंजीर के लिए अमिताभ बच्चन का नाम सुझाव में दिया था तब सलीम-जावेद ने भी निर्देशक प्रकाश मेहरा से अमिताभ के नाम की पैरवी की थी.




सलीम-जावेद ने अमिताभ के टैलेंट को पहले ही पहचान लिया था इसलिए वो उन्हें हमेशा मेकर्स को सजेस्ट किया करते थे. फिल्म शोले में भी ऐसा ही हुआ और किस्मत से ये फिल्म अमिताभ बच्चन के हाथ आई और उनकी सुपरहिट फिल्मों में इस फिल्म का नाम भी शामिल हो गया था.


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