Nitin Desai Suicide: मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने 2 अगस्त को एनडी स्टूडियो में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस इस मामले में अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है. नितिन के ऑडियो रिकॉर्डर से कई क्लिप मिले हैं जिसकी जांच चल रही है. नितिन ने फांसी लगाने से पहले क्लिप में बताया था कि वह धनुष-बाण की प्रतिकृति वाली जगह क्यों खुदकुशी कर रहे हैं.


नितिन देसाई के ऑडियो रिकॉर्डर से 11 ऑडियो क्लिप मिले है जिन्हें फ़ोरेंसिक जाँच के लिए भेजा गया है. ऑडियो क्लिप में 4 लोगो के नामों का ज़िक्र है जिसमें बॉलीवुड से जुड़े 2 लोगो का नाम है. हालांकि इनका नाम किस संदर्भ में लिया गया है इसकी अभी जानकारी नहीं है. पुलिस पहले ऑडियो की जांच करेगी और फिर नोटिस जारी कर संबंधित लोगो का बयान दर्ज करेगी. 


इस कंपनी को ठहराया दोषी
पुलिस सूत्र यह भी बताते है की , नितिन देसाई द्वारा रिकॉर्ड किया गए ऑडियो में उन्होंने एडलवाइस कंपनी के अलावा किसी और को दोषी नहीं ठहराया है. ऑडियो क्लिप में उन्होंने बताया है कि कैसे एडलवाइस कंपनी की वजह से नितिन देसाई ख़ुद बड़ी आर्थिक मुसीबत में फंस गए. कंपनी के झांसे में आने पर उन्हें कैसे धोखा मिला और उन्हें मानसिक प्रताड़ना झेलना पड़ा.  देसाई ने एडलवाइस कंपनी की कार्यप्रणाली पर आपत्ति जताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए. ग़ौरतलब है कि नितिन देसाई ने 180 करोड़ रुपये लोन लिया था जो ब्याज के साथ 252 करोड़ रुपये हो गए थे जिसे चुका पाने में वो असमर्थ थे.
 
नितिन देसाई की शिंदे सरकार से अपील 
आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने राज्य सरकार से भावुक अपील की है. अपनी अपील में नितिन देसाई कहते हैं कि ‘यह स्टूडियो बहुत मेहनत और बहुत सारे सपनों से बना है. जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करने और चुनौतियों को पार करने के बाद मैंने यह स्टूडियो स्थापित किया. जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव आए, सफलताएं और असफलताएं, मैंने सब पचा लिया. एनडी स्टूडियो मेरे जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति है. इसका संवर्धन कीजिए.’ 


मेरे लिए नहीं … कलाकारों के लिए बचाए स्टूडियो 
नितिन देसाई ऑडियो में आगे कहते है की , राज्य सरकार को इस स्टूडियो को बचाना चाहिए. स्टूडियो को मेरे या मेरे परिवार के लिए नहीं, बल्कि नए कलाकारों के हित के लिए सरकार को कदम उठाना चाहिए और स्टूडियो को अपने कब्जे में लेना चाहिए. देसाई ने अपने ऑडियो क्लिप में कहा है कि स्टूडियो को संबंधित कर्ज़ देने वाली वित्तीय संस्था को नहीं सौंपा जाना चाहिए क्योंकि इस स्टूडियो के माध्यम से उभरते और मेहनती कलाकार पैदा होंगे. 


नितिन देसाई ने फांसी वाली जगह क्यों  बनाई धनुष-बाण की प्रतिकृति?
नितिन देसाई ने जिस जगह फांसी लगाई उस जगह उन्होंने धनुष  की प्रतिकृति बनाई. धनुष के जिस सिरे पर बाण रखा जाता है उसी दिशा में फांसी लगाई. इस धनुष-बाण की प्रतिकृति के बारे में भी ऑडियो रिकॉर्डिंग में ज़िक्र है. नितिन देसाई ने कहा की, कई कठिनाइयों का सामना करते हुए, मैंने एनडी स्टूडियो से यह शिवधनुष्य लिया. अब तक मुझे यह शिव धनुष्य प्राप्त हुआ है. लेकिन अब ये मुश्किल होता जा रहा है. मैंने इस मुसीबत से बाहर निकलने की पूरी कोशिश की लेकिन नहीं निकल सका तो अब रुकने का समय आ गया है.
 
कला निर्देशक नितिन देसाई द्वारा रिकॉर्ड किए गए एक ऑडियो क्लिप में वह बार-बार यह कहते नजर आ रहे हैं कि वह अब तक स्टूडियो का धनुष सम्भाला हैं लेकिन अब यह कठिन होता जा रहा है. यह भी तर्क दिया जाता है कि जिस स्थान पर उन्होंने फांसी लगाई थी, उसके नीचे बने धनुष-बाण का यही अर्थ है. उन्होंने धनुष-बाण की नोक पर फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली.


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