हिंदी सिनेमा में कई ऐसे एक्टर्स हैं जिनकी लोकप्रियता उनके अलग-अलग टैलेंट के कारण है. किसी का एक्शन अच्छा है तो किसी का डांस अच्छा है, कोई रोमांस अच्छा करता है तो कोई ड्रामा गजब का करता है. 60's में एक ऐसा एक्टर आया जो हर चीज में माहिर रहा. डांस, एक्टिंग, रोमांस, कॉमेडी और ड्रामा हर तरह के रोल में ये एक्टर फिट बैठा और उस एक्टर का नाम रवि कपूर है जिन्हें आमतौर पर लोग जितेंद्र के नाम से जानते हैं.


जितेंद्र ने साल 1964 में फिल्म 'गीत गाया पत्थरों' से डेब्यू किया था. इसके बाद कई हिट फिल्में दीं लेकिन 80's आते-आते कुछ फ्लॉप फिल्में भी दीं. लोगों को लगा कि उनका स्टारडम खत्म लेकिन तभी उनकी दो ऐसी फिल्में आईं जिसने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया. उस दौर के सुपरहिट एक्टर्स अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना और धर्मेंद्र तक हैरान रह गए थे.


जितेंद्र रहे हैं हिंदी सिनेमा के बेहतरीन एक्टर


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछली कुछ हिंदी फिल्में ना चलने के कारण जितेंद्र ने साउथ की फिल्मों में कुछ छोटे-मोटे किरदार किए. लेकिन तेलुगू फिल्ममेकर कोवलामुडी राघवेंद्र राव ने उन्हें अपनी दो फिल्मों के लिए साइन किया. वो फिल्में 'हिम्मतवाला' और 'तोहफा' थीं. ये दोनों फिल्में राघवेंद्र राव की तेलुगू फिल्मों का हिंदी रीमेक थी.




'हिम्मतवाला' (1983)


साल 1981 में आई तेलुगू फिल्म Ooruki Monagadu का निर्देशन राघवेंद्र राव ने किया था और इसी का हिंदी रीमेक 'हिम्मतवाला' थी. फिल्म हिम्मतवाला में जितेंद्र लीड रोल में नजर आए थे और श्रीदेवी लीड एक्ट्रेस थीं. इनके अलावा कादर खान, असरानी, शक्ति कपूर, स्वरूप सम्पत, शोमा आनंद और वहीदा रहमान जैसे बेहतरीन सितारों ने भी अहम किरदार निभाया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म हिम्मतवाला का बजट 3 करोड़ था जबकि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने 15 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था.


'तोहफा' (1984)


साल 1982 में आई तेलुगू फिल्म Devatha का निर्देशन भी राघवेंद्र राव ने ही किया था और इसी का हिंदी रीमेक 'तोहफा' थी. फिल्म तोहफा में जितेंद्र लीड रोल में नजर आए थे, वहीं श्रीदेवी और जया प्रदा लीड एक्ट्रेस के तौर पर नजर आई थीं. इनके अलावा कादर खान, असरानी, शक्ति कपूर, अरुणा ईरानी, जगदीप, लीला मिश्रा और उर्मिला भट्ट जैसे बेहतरीन सितारों ने अहम रोल निभाया था.




मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म तोहफा का बजट 2 करोड़ था जबकि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने 9 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था. ये फिल्म उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की लिस्ट में शामिल थी.


जितेंद्र की सुपरहिट फिल्में


जितेंद्र ने एक से बढ़कर एक फिल्में बतौर लीड एक्टर दीं. जिनमें 'धरम वीर', 'हातिम ताई', 'फर्ज', 'नागिन', 'संजोग', 'मांग भरो सजना', 'एक ही भूल', 'परिचय', 'धर्म कांटा', 'कारवां', 'स्वर्ग से सुंदर' जैसी तमाम सुपरहिट फिल्में दीं.


जितेंद्र ने अपने करियर में हर तरह का रोल अदा किया, यहां तक उन्होंने एक एक्ट्रेस के बॉडी डबल से करियर की शुरुआत की थी. लेकिन साल 1983 और 1984 में दो ऐसी फिल्में आईं जिनके सामने उस दौर के सभी बड़े एक्टर्स की फिल्में फीकी थीं. उन दो फिल्मों के नाम 'तोहफा' (1984) और 'हिम्मतवाला' (1983) हैं.


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