Danny Denzongpa Career: कल्ट क्लासिक 'शोले' (Sholey) साल 1975 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म के लीड किरदार यानी जय और वीरू आज भी लोगों को याद हैं. इस मूवी में अमजद खान (Amjad Khan) ने अपनी ऐसी खलनायकी दिखाई की गब्बर का रोल अमर हो गया, लेकिन क्या आपको पता है कि गब्बर का किरदार अमजद खान से पहले किसे ऑफर हुआ था. मेकर्स ने इस किरदार के लिए डैनी डेन्जोंगपा (Danny Denzongpa) को अप्रोच किया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था. इस फिल्म को ठुकराने के बाद डैनी के करियर को बहुत नुकसान पहुंचा था.


गब्बर के रोल के लिए डैनी थे पहली चॉइस
'शोले' में गब्बर के लिए अमजद खान पहली चॉइस नहीं थे बल्कि मेकर्स इसके लिए डैनी डेन्जोंगपा को कास्ट करना चाहते थे. सलीम-जावेद की जोड़ी ने डैनी को ध्यान में रखकर गब्बर के किरदार को लिखा था. उस वक्त डैनी 26 साल के थे और वह 'इशारा', 'मेरे अपने' और 'धुंध' जैसी फिल्मों में काम कर चुके थे, लेकिन गब्बर के रोल को उन्होंने ठुकरा दिया क्योंकि वह दूसरी फिल्म 'धर्मात्मा' के लिए अपनी डेट्स दे चुके थे. दुर्भाग्य की बात है कि 'शोले' फिल्म हाथ से निकल गई. 'धर्मात्मा' मूवी में उनके कई सीन्स काट दिए गए.






एक झटके में ट्रैक से उतरा डैनी का करियर
डैनी ने 'धर्मात्मा' में एक अफगान आदिवासी की भूमिका निभाई थी, जिसका फिल्म के हीरो के साथ झगड़ा होता है और फिर बाद में दोनों दोस्त बन जाते हैं. इस मूवी में फिरोज खान हीरो थे. फिल्म के ऑरिजनल ड्राफ्ट में डैनी का किरदार हीरो को अपने पिता की मौत का बदला लेने में मदद करता है. एक तरह से ये फिल्म में सेकेंड लीड रोल था और इसी वजह से उन्होंने इस फिल्म को साइन किया था. लेकिन बाद में फिरोज खान को लगा कि फिल्म में डैनी का किरदार उनके रोल पर भारी पड़ रहा है, तो उन्होंने मूवी की ऐसी एडिटिंग करवाई कि डैनी का किरदार सेकेंड लीड से सिर्फ कैमियो बनकर रह गया.


किस्मत का खेल देखिए कि 'शोले' उस साल की हाईएस्ट ग्रॉसिंग फिल्म बन गई और गब्बर के किरदार ने अमजद खान को अर्श पर पहुंचा दिया. दूसरी तरफ, 'धर्मात्मा' (1975) फिल्म भी सुपरहिट हुई और सारा क्रेडिट फिरोज खान ने अकेले ले लिया. इस तरह डैनी का करियर एक झटके में ट्रैक से उतर गया था.


एक्टिंग छोड़ने का बना लिया था मन
गौरतलब है कि 70 से 80 दशक तक डैनी डेन्जोंगपा (Danny Denzongpa) ने कई फिल्मों में किया. वह अक्सर सेकेंड लीड या फिर विलेन के रोल में नजर आते थे. बतौर हीरो उनकी शायद ही कोई फिल्म चली हो. उनका सबसे यादगार रोल 'अग्निपथ' में था. साल 1991 में रिलीज हुई इस मूवी में डैनी ने गैंगस्टर कांचा चीना की भूमिका निभाई थी. बताया जाता है कि एक समय था जब लगातार मिल रही असफलता से डैनी ने एक्टिंग छोड़ने का मन बना लिया था, लेकिन फिर वह सपोर्टिंग रोल करने लगे. 'बेबी', 'रोबोट', '16 दिसंबर', 'जय हो' और 'बैंग बैंग' जैसी फिल्मों में उन्हें सपोर्टिंग रोल में देखा जा सकता है.


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