बॉलीवुड एक्ट्रेस सायरा बानो (Saira Banu) जिन्होंने 60 के दशक में कई फिल्मों में काम किया और हिंदी सिनेमा में अपना नाम बनाया. सायरा की मां नसीम बानों भी मशहूर एक्ट्रेस थी जिसकी वजह से बचपन से ही सायरा फिल्मों की तरफ आकर्षित हो गई थीं.
हालांकि, उनकी मां चाहती थीं कि सायरा फिल्मी माहौल से दूर ही रहें इसी वजह से उन्होंने सायरा को पढ़ने के लिए लंदन भेज दिया, लेकिन किस्मत में एक्ट्रेस बनना ही लिखा था.


सायरा को जिस फिल्म ने रातों-रात स्टार बनाया वो थी 'जंगली', जिसमें उनके साथ शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) लीड रोल में थे. इस फिल्म के दौरान शम्मी कपूर, सायरा से कुछ नाराज़ हो गए थे. दरअसल, एक सीन के दौरान सायरा ठीक से एक्ट नहीं कर पा रही थीं, जिसकी वजह से डायरेक्टर भी परेशान हो गए. उस वक्त शम्मी गुस्से में आ गए और सायरा को कह दिया कि- 'जब काम नहीं आता तो, करने क्यूं चले आते हों'.


इसके बाद, सायरा ने पूरी मेहनत से फिल्म की शूटिंग की और जब ये फिल्म रिलीज़ हुई तो हर किसी को शम्मी कपूर के साथ उनकी जोड़ी बेहद पसंद आई. ये फिल्म साल 1961 की एक बड़ी हिट फिल्म साबित हुई. फिल्म जंगली की कामयाबी की बाद सायरा बानो ने अपने करियर में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.


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